अलीगढ़ में पहले की शिक्षक की गोली मारकर हत्या, फिर कार में शव लेकर भागे हमलावर

खैर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात एक शिक्षक को रविवार शाम गौंडा इलाके में गोलियों से भून दिया गया। वे अपने माता-पिता से मिलने आए थे, वापस जाते समय उन्हें घेर लिया।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Mon, 04 Feb 2019 12:12 PM (IST) Updated:Mon, 04 Feb 2019 12:12 PM (IST)
अलीगढ़ में पहले की शिक्षक की गोली मारकर हत्या, फिर कार में शव लेकर भागे हमलावर
अलीगढ़ में पहले की शिक्षक की गोली मारकर हत्या, फिर कार में शव लेकर भागे हमलावर

अलीगढ़ (जेएनएन)। खैर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात एक शिक्षक को रविवार शाम गौंडा इलाके में गोलियों से भून दिया गया। वे अपने माता-पिता से मिलने आए थे, वापस जाते समय उन्हें घेर लिया। हमलावर स्कार्पियो कार में शव डालकर ले जा रहे थे, मगर रास्ते में कार फंस गई। ग्रामीणों से घिरता देख हमलावर स्कार्पियो समेत शव छोड़कर बाइक से भाग गए। हत्या के पीछे पुरानी रंजिश का मामला सामने आ रहा है।

माता पिता से मिलने आए थे शिक्षक सत्यवीर
गौंडा क्षेत्र के गांव चिंता की नगरिया निवासी सत्यवीर सिंह (45) पुत्र रामसिंह खैर के मजूपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। पिछले काफी समय से वह पत्नी व तीन बच्चों के साथ खैर क्षेत्र में रहे थे। हर रविवार को अपने माता-पिता से मिलने गौंडा आते थे। इस रविवार को भी आए थे और शाम छह बजे साइकिल से वापस रवाना हो गए। गांव जानेरा के रास्ते पर पुल के निकट स्पलेंडर बाइक पर आए तीन हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं। सीने में तीन गोली जा धंसी। शिक्षक की वहीं मौत हो गई।

कार में शव लेकर भागे, लेकिन फंस गया पहिया
शिक्षक की मौत होने के तुरंत बाद सफेद रंग की स्कार्पियो वहां आकर रुकी। हमलावर स्कार्पियो में शव डालकर ले जाने लगे। कुछ दूर जाकर स्कार्पियो का पहिया बंबा की पटरी में फंस गया। इधर, गोलियों की आवाज सुनकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीण दौड़ पड़े। खुद को घिरता देख स्कार्पियो चला रहा हमलावर कार छोड़कर बाकी साथियों के साथ बाइक से भाग निकला।

एसएसपी ने किया मौके का मुआयना
खबर पाने के आधा घंटे बाद इंस्पेक्टर अरविंद कुमार राठी आ पहुंचे। शिक्षक का शव कार में पड़ा था। मृतक के मोबाइल से परिजनों को सूचित किया था। एसएसपी आकाश कुलहरि, एसपी देहात मणिलाल पाटीदार, सीओ इगलास, फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया। शव मोर्चरी में रखवा दिया गया। हमलावरों की तलाश में आसपास के इलाकों में नाकाबंदी कर दी गई, लेकिन देररात तक कोई पता नहीं चला। मृतक के एक बेटा व दो बेटियां हैं। बताते हैं कि हमलावर शिक्षक का थैला भी ले गए। हालांकि, पुलिस इससे इन्कार कर रही है।

हिस्ट्रीशीटर के भाई हत्या का चला था मुकदमा
पुलिस के मुताबिक इलाके के हिस्ट्रीशीटर अमरपाल के भाई नेत्रपाल की 2005 में हत्या हुई थी। इसमें शिक्षक सत्यवीर व इनके भाई आरोपित थे। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया। हत्या के मूल में यही रंजिश मानी जा रही है। अमरपाल गाजियाबाद में रह रहा है। दो दिन पहले ही गांव लौटा है। वहीं, सत्यवीर गांव छोड़कर खैर में बस गए। पुलिस तहरीर का इंतजार कर रही है।

ढाबा मालिक की है स्कार्पियो
हमलावर सफेद रंग की जिस स्कार्पियो को छोड़कर भागे थे, वह खैर के गौमत चौराहा स्थित एक ढाबा मालिक की है। पुलिस उस तक पहुंच गई। इसका कहना है कि स्कार्पियो किसी और को बेच दी थी। पुलिस अब खरीददार की तलाश में है।

परिजनों की तहरीर के बाद होगी कार्रवाई
एसपी देहात मणिलाल पाटीदार ने बताया कि परिजनों व अन्य लोगों से पूछताछ की गई है। प्राथमिक जांच में हत्या के पीछे हिस्ट्रीशीटर अमरपाल से पुरानी रंजिश का मामला प्रकाश में आया है। मृतक के परिजनों से तहरीर लेकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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