'चाय पर चर्चा' में कोई घायल हुआ, कोई दोस्त बना

विनोद भारती, अलीगढ़ : यह चाय पर ऐसी चर्चा थी, जहां एक कद्दावर नेता ने बेहिसाब अपने तरकश से शब्दबाण छ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 May 2018 10:45 AM (IST) Updated:Tue, 08 May 2018 10:45 AM (IST)
'चाय पर चर्चा' में कोई घायल हुआ, कोई दोस्त बना
'चाय पर चर्चा' में कोई घायल हुआ, कोई दोस्त बना

विनोद भारती, अलीगढ़ : यह चाय पर ऐसी चर्चा थी, जहां एक कद्दावर नेता ने बेहिसाब अपने तरकश से शब्दबाण छोड़े। कुछ हंसी-ठहाके लगे। कुछ नेता गंभीर रूप से घायल हुए, कुछ के जख्मों पर 'मरहम' लगा और दोस्ती का नया अध्याय भी लिखा जाने लगा। इस चाय-पार्टी की अहमयित इसलिए भी ज्यादा रही, क्योंकि यह राज पैलेस में थी और चुस्की लेने वालों में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय भी शामिल थे। स्थानीय नेताओं के बीच खटास और मिठास ने किसी को हैरान किया तो किसी को नए समीकरणों की बुनियाद बुलंद होती दिखाई दी। सच ही है, राजनीति में न कोई स्थायी दोस्त होता है, न ही दुश्मन।

एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया ने अतरौली में ब्राह्मण सम्मेलन के बाद घर में यह पार्टी रखी थी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय व स्थानीय सांसद सतीश गौतम की मौजूदगी में राजू भैया ने मंचासीन सियासी प्रतिद्वंद्वी राजेश भारद्वाज के प्रति खूब आत्मीयता दिखाई। भारद्वाज समेत सभी मेहमानों को चाय का न्योता दिया। सभी मैरिस रोड स्थित राज-पैलेस पहुंचे। यहीं 'राजनीतिक रिश्तेदारी' का नया अध्याय शुरू हुआ।

दरअसल, राजू भैया ने जिस कदर राजेश भारद्वाज को तवज्जो दी, वह चर्चा का विषय बन गई। सब जानते हैं कि 2007 में भाजपा के टिकट पर अतरौली से चुनाव लड़े राजेश भारद्वाज के कारण ही राजू भैया की पत्नी प्रेमलता वर्मा जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाईं। तभी से दोनों नेताओं के बीच कटुता दिख रही थी। राजू भैया ने उसे सार्वजनिक रूप से धो डाला। घर में भी करीबी नेता से कुर्सी खाली कराकर पास बैठाया। इस बीच, सुर्खियों में छाए माननीय भी अंदर पहुंचे। चाय-पार्टी में सबसे ज्यादा तीर उन्हीं पर छूटे। सूत्र बताते हैं कि राजू भैया ने भारद्वाज से ज्यादा बादाम लेने को कहा तो उन्होंने इतनी ताकत देने का कारण पूछ लिया? भैया बोले, अब तुम्हें ही ताकत देनी है। कन्फ्यूजन दूर हो चुका है। कुछ लोग गलतफहमियां फैला रहे थे। माननीय ने हंसते हुए टोका तो भैया ने उन्हें ही लपेट लिया। 'वायरल वार्ता' पर भी खिंचाई की। फिर, चाय-पार्टी इस वादे के साथ खत्म हुई कि आप मुझे कब बुला रहे हैं?

chat bot
आपका साथी