चेयरमैन के रिश्तेदारों और करोड़पतियों को दिए प्रधानमंत्री आवास Aligarh News

रधानमंत्री आवास योजना में बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है। यहां बने आवासों में से लगभग 100 तो चेयरमैन के रिश्तेदारों नजदीकियों और यहां तक कि करोड़पतियों को भी दे दिए गए।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Tue, 20 Aug 2019 11:47 AM (IST) Updated:Tue, 20 Aug 2019 12:45 PM (IST)
चेयरमैन के रिश्तेदारों और करोड़पतियों को दिए प्रधानमंत्री आवास Aligarh News
चेयरमैन के रिश्तेदारों और करोड़पतियों को दिए प्रधानमंत्री आवास Aligarh News

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़। जिले की  हरदुआगंज नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है। यहां बने आवासों में से लगभग 100 तो चेयरमैन के रिश्तेदारों, नजदीकियों और यहां तक कि करोड़पतियों को भी दे दिए गए। मामले की शिकायत होने के बाद जांच में एक-एक कर पूरा पर्दाफाश हो रहा है।

सांसद ने की थी शिकायत

हरदुआगंज नगर पंचायत में योजना में  1000 आवासों का लाभ दिया गया है। यहां लगातार शिकायतें आ रही थीं कि पात्रों की जगह अपात्रोंं को मकान दिए जा रहे हैैं। सांसद सतीश गौतम ने पिछले दिनों पूरी जांच कराने के बाद शिकायत की थी। इसके बाद जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की ओर से यहां संचालित योजना की जांच शुरू कराई गई, जिसमें आरोप सही पाए जा रहे हैैं। जांच अभी जारी है।

परिचितों को दिए आवास

नगर पालिका अध्यक्ष तिलकराज यादव की महाब्राह्मïण क्षेत्र में रहने वाली चचेरी बहन गुंजन यादव के पति हाईकोर्ट में वकील व ससुर इनकम टैक्स में ऑफिसर हैैं। परंतु उनको मकान दे दिया। चेयरमैन की चाची शीला देवी का अहीरपाड़ा में दो मंजिला मकान है। परिजन सीमेंट, बालू-बदरपुर, सरिया पत्थर के विक्रेता के साथ पति राशन डीलर भी हैैं। वह भी मकान पा गईं। चेयरमैन के चचेरे भाई यशोधन यादव की पत्नी रजनी को योजना में मकान मिला है। यशोधन के पास कार और शानदार मकान पहले से ही है।

इनका है पक्का मकान

अहीरपाड़ा की भगवान देवी के परिवार की तो लॉटरी ही लग गई। उनके पास पूर्व में पक्का दो मंजिला मकान और जायदाद भी है। परिवार में तीन भाई व मां को अलग आवास मिल गए। वहीं मंजीत कौर का भीमनगर में पक्का मकान है। पति प्रॉपर्टी डीलर के साथ सीमेंट-बालू, की दुकान करते हैैं लेकिन मकान पा गए। अहीरपाड़ा की रहने वाली राधा रानी का पक्का मकान है, साथ ही तालानगरी में व्यावसायिक भवन है। वह भी मकान ले चुकी हैैं। अहीरपाड़ा के प्रवीन यादव कोल तहसील में कातिब हैं। उनके पास दो मकान हैैं लेकिन आवास पा गए।

इन अपात्रों को भी मिला मकान

जुगनू प्रसाद-भीमनगर-पक्का मकान, सीमेंट, बालू-बदरपुर की दुकान व प्रॉपर्टी डीलर

शशि यादव-अहीरपाड़ा-पूर्व में पक्का दोमंजिला मकान, जमीन-जायदाद, परिवार में भी अन्य सदस्यों को भी लाभ मिला

पिंकी यादव-अहीरपाड़ा-पूर्व में दो मंजिला मकान, मां का पैसा अलग से पहले जारी हो चुका

संजय यादव-अहीरपाड़ा-दो मंजिला आवास, परिवार में अन्य सदस्यों पर भी घर

गुड्डी देवी-अहीरपाड़ा-पहले से ही इनके पास दो मंजिला मकान है। तीन भाइयों को भी अलग से लाभ मिला

विक्रम शर्मा-अहीरपाड़ा-पूर्व में पक्का मकान, जमीन जायदाद

सत्यवती-अहीरपाड़ा-पूर्व में पक्का मकान है। पति-पत्नी दोनों के नाम आवास

अजीत कुमार-अहीरपाड़ा-पूर्व में पक्का मकान

फिरोज-गुडिय़ाई-पूर्व में पक्का मकान

मोनू, बोहरान-एक घर में तीन भाइयों का आवास

मनीषा गोयल-बोहरान-पूर्व में पक्का मकान, हलवाई की दुकान

विनोद कुमार शर्मा-बोहरान-पूर्व में पक्का मकान व गांव में जमीन

चंद्रशेखर यादव-अहीरपाड़ा-पूर्व में पक्का मकान, जमीन व दुकान

राजू यादव-अहीरपाड़ा-पूर्व में पक्का मकान, जमीन भी

सीमा मंगल-बोहरान, पूर्व में पक्का मकान

साधना चौहान- बोहरान-पूर्व में पक्का मकान व जमीन

सुमन यादव-अहीरपाड़ा-चेयरमैन की चचेरे भाई की पत्नी, मार्बल लगा मकान

गजेंद्र सिंह, महाब्राह्मïण-पूर्व में पक्का मकान, जमीन व दुकान

अरविंद सिंह चौहान- अहीरपाड़ा- पूर्व में पक्का मकान व जमीन

पदम सिंह-भीमनगर-पूर्व में पक्के मकान व जमीन

धनराशि की हो रिकवरी

विधायक दलवीर सिंह का कहना है कि गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री ने यह योजना शुरू की है, लेकिन कुछ लोग सरकार को बदनाम करने के लिए दुरुपयोग कर रहे हैं। इसकी उच्चस्तरीय जांच हो। जो दोषी मिले, उस पर कार्रवाई हो। सरकारी पैसे की रिकवरी होनी चाहिए। डूडा के पीओ प्रभात मिश्रा का कहना है कि सांसद की शिकायत पर जांच चल रही हैं। टीम को लगाया गया है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी।

पूरा हरदुआगंज मेरा परिवार

हरदुआगंज नगर पंचायत के चेयरमैन तिलकराज यादव आवास आवंटन में चेयरमैन का कोई हस्तक्षेप नहीं होता। राजनीतिक रंजिश से शिकायत हुई है। रही बात परिवार की तो पूरे हरदुआगंज में परिवार है। मैं खुद शिकायत करता हूं कि डूडा में भ्रष्टाचार है। इसकी जांच होनी चाहिए। मनमर्जी से आवास आवंटित किए जा रहे हैं। रही बात मेरे भाई को आवास मिलने की तो वह मेरी गैस एजेंसी पर नौकरी करता है, तभी उसे आवास मिला है। हालांकि उसके आवेदन करने की जानकारी मुझे नहीं दी थी।

डूडा को मिला काम

प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरी बेघरों को ढाई लाख रुपये आवास निर्माण के लिए दिए जा रहे हैैं, लेकिन लाभार्थी के पास कम से कम 21 वर्ग खाली जमीन होना जरूरी है। परिवार बड़ा हो, तो वह पुराने मकान का विस्तारीकरण कर सकता है।

chat bot
आपका साथी