डाल-डाल पर हो चिडिय़ों का बसेरा, ऐसा शहर हो मेरा

दैनिक जागरण का ओ री चिरैया अभियान जन-जन का अभियान बन गया है। शहर की हर कॉलोनी से आवाज उठने लगी है कि पक्षियों को बचाने के हर जतन करेंगे।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 01:00 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 01:00 PM (IST)
डाल-डाल पर हो चिडिय़ों का बसेरा, ऐसा शहर हो मेरा
डाल-डाल पर हो चिडिय़ों का बसेरा, ऐसा शहर हो मेरा

अलीगढ़ (जेएनएन)।  दैनिक जागरण का 'ओ री चिरैया' अभियान जन-जन का अभियान बन गया है। शहर की हर कॉलोनी से आवाज उठने लगी है कि पक्षियों को बचाने के हर जतन करेंगे। दाना-पानी देंगे, घर के आसपास पौधे लगाएंगे। उनके लिए जो भी उपाय हो सकेगा, करेंगे। अभियान को जन-जन तक पहुंचाएंंगे। हर पेड़ की शाखा पर चहचहाट हो, चिडिय़ों का गुंजित गीत हो, आकाश में उड़ते झुंड दिखाई दें, ऐसा प्रयास करेंगे। 

दाना-पानी देने को लिया संकल्प

परमार्थ फाउंडेशन की ओर से अभियान के तहत गांधीपार्क में मिट्टी के पात्र बांटे गए। यहां जुटे सभी लोगों ने संकल्प लिया कि चिडिय़ों को दाना-पानी देंगे। सगे-संबंधी व रिश्तेदारों को भी प्रेरित करेंगे। अनिल वर्मा ने जहां-जहां डाल-डाल पर सोने की चिडिय़ां करती हो बसेरा, वो भारत देश है मेरा गीत सुनाकर भारत की पुरानी तस्वीर पेश की।

फिर दिखाई देंगी चिडिय़ां

संस्था के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण दीक्षित ने कहा कि हमें अपना जीवन सुखमय बनाना है तो चिडिय़ों को बचाना होगा। ये सुख-समृद्धि की प्रतीक हैं। इसलिए पेड़-पौधे, पशु-पक्षियों की पूजा होती है। संतोष वाष्र्णेय ने कहा कि यदि हम सभी ने ठान लिया तो फिर से चिडिय़ा दिखाई देने लगेंगी। उनका कलरव सुनाई देने लगेगा। जगदीश सराफ ने कहा कि प्रयास परिणाम जरूर देते हैं। आप ईमानदारी से करते रहिए। चिडिय़ों के दाने-पानी के लिए चलाई जा रही मुहिम के सुखद परिणाम होंगे।

महिलाएं आएं आगे

राधिका भारद्वाज ने कहा कि महिलाओं को भी पक्षियों को बचाने के लिए आगे आना होगा। सुनील दिवाकर व विक्की गुप्ता ने कहा कि इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। महंत कौशलनाथ, कृष्णा गुप्ता, डॉ. मुकेश शर्मा, विजय सिंह ने कहा कि वे पक्षियों के दाने-पानी के लिए सभी को जागरूक करेंगे। हेमंत पचौरी ने आभार जताया। राजेश भारद्वाज ने कहा कि चिडिय़ों को दाना-पानी देने के लिए हम सभी की जिम्मेदारी है। क्योंकि जबतक सामूहिक प्रयास नहीं किए जाएंगे तबतक पक्षी लौटकर नहीं आने वाले हैं। इसलिए हम सभी दैनिक जागरण की मुहिम के साथ हैं।

हमें सस्कृति की ओर लौटना होगा

हम अपनी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं। 25 साल पहले हर आंगन में तुलसी पौधा होता था। चिडिय़ों को दाना-पानी देते थे। हम उसे भूलते जा रहे हैं। हमें अपनी संस्कृति की ओर लौटना होगा।

कल पहुंचें चंद्रशेखर पार्क

दिन : मंगलवार

समय : 5.30 बजे।

स्थान : सासनीगेट पर आवास विकास कॉलोनी स्थित चंद्रशेखर पार्क

संस्था : वाष्र्णेय युवा संगठन

हम भी हैं साथ, निभाएंगे अपना कर्तव्य

गंगा सेवा समिति भी 'ओ री चिरैया' अभियान से जुड़ गई है। समिति ने सुरेंद्र नगर पानी टंकी स्थित शांतिवन बगीची में चिडिय़ों के दाना-पानी के लिए पात्र बांटे। पदाधिकारियों ने कहा कि वे चिडिय़ों के साथ जीव-जंतुओं की सुरक्षा के लिए आगे कदम बढ़ाएंगे। मनमोहन गिरि हितैषी बाबा ने कहा कि हर मनुष्य को जीवन में ऐसे काम करने चाहिए, जो जीव-जंतुओं व समाज का कल्याण करें। धर्म-ग्रंथों में लिखा है कि जीवों की रक्षा करें। डॉ. आशा राठी ने कहा कि प्राणियों में मनुष्य ही सबसे विवेकशील है। इसलिए उसे जीव-जंतु और पशु-पक्षी के प्रति दया भाव रखना चाहिए। संस्था के संस्थापक किरन कुमार झा ने कहा कि दैनिक जागरण किसी भी मुहिम को शुरू करता है तो अंजाम तक पहुंचाता है। यह मुहिम भी पक्षियों के लिए बड़ा काम करेगी। सेवाराम शर्मा ने आभार जताया। यहां गिर्राज शर्मा, राजकुमार प्रेमी, त्रिभुवन कुमार झा आदि मौजूद रहे।

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