अब गर्भवती महिलाएं व प्रसूताएं भी कराने लगीं टीकाकरण Aligarh news

भले ही कोरोना की दूसरी लहर खत्म हो चुकी हो लेकिन नए वैरिंएंट से निपटने के लिए टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। अभी तक गर्भवती महिलाअों को कोविड टीका नहीं लग रहा था लेकिन केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह इसकी अनुमति दे दी है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 06:28 AM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 06:28 AM (IST)
अब गर्भवती महिलाएं व प्रसूताएं भी कराने लगीं टीकाकरण Aligarh news
अस्पताल में आईं गर्भवतियों और प्रसूताओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

अलीगढ़, जेएनएन।  भले ही कोरोना की दूसरी लहर खत्म हो चुकी हो, लेकिन नए वैरिंएंट से निपटने के लिए टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। अभी तक गर्भवती महिलाओं को कोविड टीका नहीं लग रहा था, लेकिन केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह इसकी अनुमति दे दी है। लिहाजा, गर्भवती संकोच छोड़कर टीका लगवाने के लिए केंद्र पर पहुंचने लगी हैं। महिला अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल व अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण के लिए गर्भवतियों व प्रसूताओं की काउंसलिंग तक की जा रही है। नतीजन, एक सप्ताह में ही 150 से अधिक गर्भवतियों को टीके लग चुके हैं। यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। बुजुर्ग व युवाओं को पहले से ही टीके लगाए जा रहे हैं। इससे कोविड से बचाव में मदद मिलेगी।

नहीं रहेगा कोरोना का खतरा

मोहनलाल गौतम महिला चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक डा. रेनू शर्मा ने बताया कि सामान्य महिलाओं की अपेक्षा गर्भवती व प्रसूताओं को कोविड संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि कई शारीरिक समस्याएं होने के साथ उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो जाता है। इसलिए अस्पताल में आईं गर्भवतियों और प्रसूताओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। टीका लगवाकर वे संभावित खतरे से बचाव कर सकती हैं। ऐसी प्रसूताएं जिन्हें कोई परेशानी नहीं है, वह कभी भी टीकाकरण करा सकती हैं। उच्च रक्तचाप, शुगर, किडनी या दिल की बीमारी समेत अन्य समस्याओं से ग्रसित प्रसूताएं व हाईरिस्क प्रेग्नेंसी वाले मामलों में महिलाएं ऐसे अस्तपाल में टीका लगवाएं, जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। गर्भावस्था में एंजाइटी ज्यादा होती है। कोई दिक्कत न हो, इसलिए भी यह जरूरी है। यदि गर्भावस्था के दौरान कोरोना हुआ हो तो डिलीवरी के तुरंत बाद टीका लगवाना ठीक रहेगा।

टीका सुरक्षित

उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी शरद अग्रवाल ने बताया कि नई पालिसी आने के बाद गर्भवती व प्रसूताएं जागरूक हुई हैं। विशेषज्ञ भी उन्हें टीकाकरण के लिए जागरूक कर रहे हैं। उन्हें भी सामान्य महिलाओं के साथ निगरानी कक्ष में रखा जाता है। किसी को कोई परेशानी नहीं हुई है।

4292 लाभार्थियों ने कराया टीकाकरण

शनिवार को 19 केंद्रों के 27 बूथों पर 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को टीके लगाए गए। यहां 4703 लक्ष्य के सापेक्ष 4292 (91.26 फीसद) लोग टीके लगवाने पहुंचे। 2909 लोगों ने पहला टीका व 1383 ने दूसरा टीका लगवाया। भीषण गर्मी के बावजूद लोग टीकाकरण में उत्साह दिखा रहे हैं। हालांकि, वैक्सीन की कमी के चलते विभाग को कलस्टर एप्रोच कार्यक्रम को फिर स्थगित कर देना पड़ा है।

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