AMU के जूनियर डॉक्टरों ने बचाई हाथ की नस काटने वाले केरल के डॉक्टर की जान Aligarh News

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में तैनात हाथ की नस काटने वाले केरल के डॉक्टर की हालत में अब सुधार है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Fri, 07 Aug 2020 12:56 PM (IST) Updated:Fri, 07 Aug 2020 02:54 PM (IST)
AMU के जूनियर डॉक्टरों ने बचाई हाथ की नस काटने वाले केरल के डॉक्टर की जान Aligarh News
AMU के जूनियर डॉक्टरों ने बचाई हाथ की नस काटने वाले केरल के डॉक्टर की जान Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में तैनात हाथ की नस काटने वाले केरल के डॉक्टर की हालत में अब सुधार है। डॉक्टर का ब्लड ग्रुप रेयर होने के चलते खून जुटाने में परेशानी हुई तो तीन जूनियर डॉक्टरों ने खून देकर जान बचाई। केरल के निकुंजम पैलेस वार्ड के रहने वाले डॉ. हरी कृष्णन सिविल लाइंस क्षेत्र के इकरा कालोनी में परिवार के साथ रहते हैं। हरी कृष्णन जेएन मेडिकल कॉलेज के रेडियो डायगनोसिस विभाग में डॉक्टर हैं। बुधवार को पत्नी से झगड़े के बाद डॉक्टर ने पाम ट्री होटल में रूम बुक किया और हाथ की नसें काटकर जान देने की कोशिश की। जब तक अन्य डॉक्टर पहुंचे, तब तक काफी खून बह चुका था। डॉक्टर का ए निगेटिव ग्रुप रेयर होने के चलते दिक्कतें हुईं। जेएन मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में सिर्फ एक यूनिट ब्लड था। इस पर तीन जूनियर डॉक्टरों ने खून दिया। ङ्क्षप्रसिपल प्रो. शाहिद सिद्दीकी ने बताया कि डॉक्टर की हालत में अब सुधार है।


यह है वजह
केरल के निकुंजम पैलेस वार्ड के रहने वाले डॉ. हरीकृष्णन यहां सिविल लाइंस क्षेत्र के इकरा कालोनी में परिवार के साथ रहते हैं। वे मेडिकल कॉलेज के रेडियो डायगनोसिस विभाग में डॉक्टर हैं। बताया जा रहा है कि घर में तनाव चल रहा था। इसी के चलते बुधवार दोपहर को पत्नी से झगड़ा हुआ। गुस्साए डॉक्टर बाइक लेकर मैरिस रोड स्थित होटल पाम ट्री में आए। यहां चार बजे चेक-इन करते हुए छह अगस्त की दोपहर 12 बजे तक के लिए रूम नंबर 109 बुक किया। फोन पर संपर्क न होने पर पत्नी ने मेडिकल में डॉक्टरों को सूचना दी। डॉक्टर तलाश करते हुए आए। होटल के बाहर बाइक खड़ी दिखी तो पूछताछ की। रूम का दरवाजा बंद था। काफी देर खटखटाने पर डॉक्टर ने खुद ही दरवाजा खोला। वे खून से लथपथ थे। पुलिस व प्रशासन के अफसर पहुंच गए। डॉक्टर ने ब्लेड से हाथ की नस काटी थी। डायजापाम का इंजेक्शन भी लगाया था। गंभीर हालत में डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर मानसिक रूप से परेशान थे।

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