एएमयू मुर्गा तले तेल में पूड़ी सब्जी बनाने पर दो मुंशी हटाए, रसोइया को चेतावनी

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एसएस हॉल (नार्थ ) में गैर मुस्लिम छात्रों के लिए मुर्गा तले तेल में सब्जी-पूड़ी पकाने के मामल में डाइनिंग हॉल के दो मुंशी को हटा दिया है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Wed, 05 Dec 2018 09:15 AM (IST) Updated:Wed, 05 Dec 2018 09:15 AM (IST)
एएमयू मुर्गा तले तेल में पूड़ी सब्जी बनाने पर दो मुंशी हटाए,  रसोइया को चेतावनी
एएमयू मुर्गा तले तेल में पूड़ी सब्जी बनाने पर दो मुंशी हटाए, रसोइया को चेतावनी

अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एसएस हॉल (नार्थ ) में कथिततौर पर मुर्गा तले तेल में गैर मुस्लिम छात्रों के लिए सब्जी-पूड़ी पकाने के मामल में जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट हॉल के प्रोवोस्ट को सौंप दी है। जिसके आधार पर प्रोवोस्ट ने डाइनिंग हॉल के दो मुंशी को हटा दिया है, जबकि इस मामले की छात्रों से शिकायत करने वाले रसोइए को चेतावनी दी है। डाइनिंग में सीसीटीवी कैमरा लगाने व पके हुए खाने को दो छात्र चखेंगे इस पर भी बात हुई है।

यह था मामला

एएमयू के एसएस नॉर्थ हॉल के छात्रों ने 26 नवंबर को इस मामले की शिकायत की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए हॉल के प्रोवोस्ट के स्तर से छह सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है, जिसमें डाइनिंग हॉल के इंचार्ज व पांच वार्डन शामिल थे। सोमवार को कमेटी ने गैर मुस्लिम छात्रों के साथ सीनियर मुस्लिम छात्रों के भी बयान लिए। हॉल के प्रोवोस्ट प्रो. मोहम्मद अब्दुल्लाह बुखारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिल गई है। जांच में पता चला है कि तले हुए तेल से 26 नवंबर को खाना नहीं बना था। रसोइया मनोज ने छात्र गणेशी लाल को फोन कर काला तेल खाना पकाने के लिए मिलने की जानकारी की दी थी। छात्रों के आने के बाद नया तेल मुंशी ने रसोइया को दिया। काला तेल देने पर मुंशी उस्मान व समसुद्दीन को हटा दिया है।

मनोज को भी दिया नोटिस

मनोज को भी नोटिस दिया है, कि उसने काला तेल मिलने की शिकायत प्रोवोस्ट से क्यों नहीं की? चेतावनी दी है आगे ऐसा हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। डाइनिंग हॉल में सुचिता बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। बने हुए खाने को पहले दो शाकाहारी छात्र चख भी सकेंगे। प्रोवोस्ट ने बताया कि हमारे यहां शाकाहारी व मांसाहारी अलग-अलग बर्तनों में ही बनता है। मुर्गा को कभी तला नहीं जाता, ये शिकायत भी छात्रों की गलत साबित हुई है।

यूनियन की चुप्पी

इस मामले में यूनियन के पदाधिकारी चुप्पी साथेे हुए हैं। तीन दिन बाद भी किसी पदाधिकारी ने बयान जारी नहीं किया है। यह भी कैंपस में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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