अलीगढ़ में भाजपा में दावेदारों को साधना है चुनौती, तभी रास्ता होगा आसान

भाजपा में दावेदारों को साधना चुनौती पूर्ण है। एक-एक सीट पर 30 से अधिक दावेदार होने के चलते पार्टी को उन्हें मनाने में जुट गई है। देखना होगा कि भाजपा इन्हें कैसे मनाती है। इसके लिए संघ के भी नेता मैदान में उतर सकते हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sun, 16 Jan 2022 04:46 PM (IST) Updated:Sun, 16 Jan 2022 04:46 PM (IST)
अलीगढ़ में भाजपा में दावेदारों को साधना है चुनौती, तभी रास्ता होगा आसान
अलीगढ़ में भाजपा में दावेदारों को साधना चुनौती पूर्ण है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। भाजपा में दावेदारों को साधना चुनौती पूर्ण है। एक-एक सीट पर 30 से अधिक दावेदार होने के चलते पार्टी को उन्हें मनाने में जुट गई है। देखना होगा कि भाजपा इन्हें कैसे मनाती है। इसके लिए संघ के भी नेता मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, अभी तक विरोध के कोई सुर नहीं आए हैं।

भाजपा ने छह सीटों पर घोषित किए प्रत्‍याशी

भाजपा ने शनिवार को जिले की साथ में से छह सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा कर दी शहर को अभी वेटिंग में रखा है। माना जा रहा है कि यहां से संजीव राजा वर्तमान विधायक की कोर्ट केस को देखते हुए टिकट रोक दी गई है।इसीलिए इस सीट पर अभी एक-दो दिन तक भाजपा कार्यकर्ताओं को इंतजार करना पड़ सकता है, बाकी छह सीटों पर तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रचार भी शुरू हो जाएगा मगर ऐसे में भाजपा के लिए दावेदारों को साधना चुनौती है।क्योंकि तमाम दावेदार हैं जिन्हें टिकट नहीं मिला है, वह नाराज होंगे। पार्टी के पदाधिकारियों से कुछ गिले-शिकवे भी हो सकते हैं, ऐसे में पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी कि कैसे उन्हेंमनाया जाए। उनकी नाराजगी दूर करके उन्हें चुनाव मैदान में उतारा जाए। हालांकि भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेता इस कार्य में लगाए जाएंगे और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों से मिलकर उनके गिले-शिकवे को दूर किया जाएगा।

अन्‍य प्रांतों के पदाधिकारियों को भी भाजपा ने चुनाव में लगाया

भाजपा ने अन्य प्रांतों से भी पदाधिकारियों को चुनाव में लगाया है, उन्हें भी दावेदारों को मनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। भाजपा में यह समस्या इसलिए उत्पन्न हो रही है कि एक एक सीट पर 30 से अधिक दावेदार थे इनमें से किसी को भी टिकट नहीं मिला पार्टी ने 2017 में चुनाव जीतकर आए जनप्रतिनिधियों पर ही भरोसा जता दिया। इसलिए जी दावेदार नाराज हो सकते हैं अब देखना होगा कि भाजपा ने कैसे एकजुट करके चुनाव में लगाती है।

chat bot
आपका साथी