Hathras Case: निलंबित एचएसओ और चश्मदीद से घंटों पूछताछ

बूलगढ़ी प्रकरण में जांच कर रही सीबीआइ ने शुक्रवार को चंदपा कोतवाली के निलंबित एसएचओ डीके वर्मा से कई घंटे पूछताछ की। इसके अलावा घटना के पहले चश्मदीद और उसके भाई को भी कार्यालय बुलाकर जानकारी ली। मीडिया से बात करने से इन्कार कर दिया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Fri, 16 Oct 2020 11:52 PM (IST) Updated:Fri, 16 Oct 2020 11:52 PM (IST)
Hathras Case: निलंबित एचएसओ और चश्मदीद से घंटों पूछताछ
एसएचओ ने मीडिया से बात करने से इन्कार कर दिया।

हाथरस जेएनएन : बूलगढ़ी प्रकरण में जांच कर रही सीबीआइ ने शुक्रवार को चंदपा कोतवाली के निलंबित एसएचओ डीके वर्मा से कई घंटे पूछताछ की। इसके अलावा घटना के पहले चश्मदीद और उसके भाई को भी कार्यालय बुलाकर जानकारी ली। सीबीआइ शनिवार को जेल जाकर आरोपितों से भी पूछताछ कर सकती है। 

14 सितंबर को गांव बूलगढ़ी में युवती पर जानलेवा हमला और कथित दुष्कर्म के मामले में सीबीआइ की जांच तेज गति से चल रही है। जांच अधिकारी डीएसपी सीमा पाहूजा के निर्देशन में 15 सदस्यीय टीम घटना की सच तलाशने में जुटी है। शुक्रवार को चंदपा कोतवाली के तत्कालीन एसएचओ डीके वर्मा को सीबीआइ ने कार्यालय बुलाया और सवा दो घंटे तक पूछताछ की। डीके वर्मा को 25 सितंबर को निलंबित किया गया था। इसके अलावा बूलगढ़ी निवासी छोटू और उसके भाई से भी जानकारी ली। घटना के दौरान छोटू पास के ही खेत में था और वह सबसे पहले मौके पर पहुंचा था। एसआटी भी उसके बयान दर्ज कर चुकी है। 

मीडिया से बचे एसएचओ

सीबीआइ के सामने बयान दर्ज कराने पहुंचे निलंबित एसएचओ ने बाहर आने के बाद मीडिया से बात करने से इन्कार कर दिया। वह अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए। घटना के चश्मदीद छोटे और उसके भाई ने भी मीडिया से कोई बात नहीं की।

केस दिल्ली ट्रांसफर किया जाए

मृतका के बड़े भाई ने इस केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग उठाई है। उसका कहना है कि हम लोग भी दिल्ली जाकर रहना चाहते हैं। दिल्ली केस ट्रांसफर किया जाए और वहीं रहकर इसकी पैरवी करना चाहते हैं। 

एसआइटी रिपोर्ट पर नजर

बूलगढ़ी प्रकरण में जांच कर रही एसआइटी का समय पूरा हो चुका है। पिछले 17 दिनों से एसआइटी इस प्रकरण से जुड़े हर पहलू पर जांच कर रही है। शुक्रवार जांच का आखिरी दिन था। अभी एसआइटी हाथरस में ही है। चर्चा है कि जांच का समय और बढ़ाया जा सकता है। 

chat bot
आपका साथी