अलीगढ़ जेल में हार्ट ब्लाक होने से हुई थी पूर्व ब्लाक प्रमुख की मौत

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पुलिस ने किया सार्वजनिक पंचनामा में देरी के लिए सियासी लोगों को माना जिम्मेदार जीडी में तस्करा दर्ज।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 02:03 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 02:03 AM (IST)
अलीगढ़ जेल में हार्ट ब्लाक होने से हुई थी पूर्व ब्लाक प्रमुख की मौत
अलीगढ़ जेल में हार्ट ब्लाक होने से हुई थी पूर्व ब्लाक प्रमुख की मौत

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : जहरीली शराब प्रकरण में आरोपित जवां की पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की मौत का कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने से कार्डियक अरेस्ट व हार्ट का 90 प्रतिशत ब्लाक हो जाना माना गया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। पोस्टमार्टम हाउस पर हुए हंगामे व पंचनामा की प्रक्रिया में देरी के लिए सियासत करने वालों को जिम्मेदार माना गया है। आरोप है कि उन्होंने ही स्वजन को हंगामा करने के लिए उकसाया था। सिविल लाइंस थाने में इस मामले में जीडी में तस्करा दाखिल किया गया है।

जहरीली शराब प्रकरण के मुख्य आरोपित ऋषि शर्मा के अलावा उनकी पत्नी व पूर्व ब्लाक प्रमुख जवां रेनू शर्मा छह माह से जेल में थीं। शुक्रवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर जेएन मेडिकल कालेज लाया गया, जहां मौत हो गई। इसको लेकर स्वजन ने रात भर हंगामा काटा। ऋषि शर्मा समेत छह लोगों को पैरोल पर रिहा करने की मांग को लेकर शनिवार को दिन भर धरना- प्रदर्शन किया था। पैरोल पर रिहा न होने तक पंचायतनामा की प्रक्रिया पूरी न करने का एलान कर दिया था। यहां बरौली विधानसभा से बसपा के घोषित प्रत्याशी नरेंद्र शर्मा व डिबाई बुलंदशहर के पूर्व विधायक व सपा नेता गुड्डू पंडित आदि धरने पर मौजूद रहे थे। इससे माहौल पूरे समय तक तनावपूर्ण हालत में बना रहा था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर हरिशंकर वर्मा ने जीडी में तस्करा दाखिल किया है। जिसमें सियासी दलों से जुड़े नेताओं पर स्वजन को उकसाने व पंचायतनामा, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में विलंब कराने का जिक्र किया है।

हार्ट का 90 प्रतिशत हिस्सा हो चुका था ब्लाक : सीओ सिविल लाइंस श्वेताभ पांडेय के अनुसार पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के पैनल ने पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की मौत के ब्लड प्रेशर के बढ़ जाने से कार्डियक अरेस्ट व हार्ट का 90 प्रतिशत हिस्सा ब्लाक होना और किडनी का कमजोर होना माना है। स्वजन की आशंकाओं को दूर करने के लिए विसरा भी प्रिजर्व किया गया है। जिससे भविष्य में किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप न रहें।

-------------------

पोस्टमार्टम हाउस पर दिन भर चले घटनाक्रम के दौरान सामने आए तथ्यों का जिक्र जीडी में तस्करा के रूप में दर्ज किया गया है। यह पुलिस की एक सामान्य प्रक्रिया है। मौत को लेकर हो रही चर्चाओं के चलते पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी सार्वजनिक किया गया है।

कलानिधि नैथानी, एसएसपी

chat bot
आपका साथी