टायरों पर रबड़ चढ़ाने की फैक्ट्री में भड़की आग, लाखों का नुकसान Aligarh news

बन्नादेवी क्षेत्र में सारसौल के पास घनी आबादी संगम विहार कॉलोनी में चल रही थी फैक्ट्री। शॉर्ट सर्किट से लगी आग में दो लाख का नुकसान मजदूर झुलसा।

By Parul RawatEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2020 05:49 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 05:49 PM (IST)
टायरों पर रबड़ चढ़ाने की फैक्ट्री में भड़की आग, लाखों का नुकसान Aligarh news
टायरों पर रबड़ चढ़ाने की फैक्ट्री में भड़की आग, लाखों का नुकसान Aligarh news

अलीगढ़, [जेएनएन] । बन्नादेवी क्षेत्र की संगम विहार कॉलोनी सारसौल में घनी आबादी के बीच चल रही टायरों पर रबड़ चढ़ाने की फैक्ट्री में रविवार को आग लग गई। दमकल की चार गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। आग से लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान है। पास में ही पटाखों का गोदाम था, मगर वहां तक पहुंचने से पहले ही आग को बुझा लिया गया, वरना और भी बड़ा हादसा हो सकता है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

घनी आबादी में फैक्ट्री

बन्नादेवी के सराय हकीम निवासी दो भाई हसीब व दानिश कई साल से सारसौल के पास विनीत ऑटोमोबाइल्स के पास संगम विहार कॉलोनी में टायरों पर रबड़ चढ़ाने की फैक्ट्री चला रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार लॉकडाउन के चलते फैक्ट्री बंद थी। अभी दो-तीन दिन पहले यहां मजदूरों का आना व काम शुरू हुआ था। रविवार सुबह करीब पौने दस बजे मजदूर काम कर रहे थे, तभी शॉर्ट सर्किट से उठी चिंगारी पास में ही लकडिय़ों के ढेर में जा गिरी। लकडिय़ों ने आग पकड़ ली, जिसने पास में रखे टायरों व रबड़ को चपेट में ले लिया और भड़क गई। टायरों में लगी आग से निकला काला धुआं आसमान में छा गया। फैक्ट्री में रखा फ्रिज व अन्य सामान भी जल गया।

मदद को दौड़े पड़ोसी

आग लगते ही फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर शोर मचाते हुए बाहर निकल आए। पड़ोसी भी मदद को पहुंच गए। उन्होंने अपने संसाधनों से आग बुझाने का जतन शुरू कर दिया, लेकिन काबू में नहीं आ सकी। स्थानीय लोग मदद को अग्निशमन विभाग का नंबर मिलाते रहे, न मिलने पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। तब चार दमकल पहुंची और आग पर काबू पा लिया। फैक्ट्री स्वामी के अनुसार आग में दो लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।

आग बुझाने में मजदूर झुलसा

आग बुझाने के प्रयास में फैक्ट्री का मजदूर अनीस झुलस गया। आग पर समय रहते ही काबू पा लिया गया, अन्यथा चंद कदम की दूरी पर बने पटाखा गोदाम तक भी पहुंच सकती थी। इंस्पेक्टर बन्नादेवी रविंद्र कुमार दुबे ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से आग लगना बताया जा रहा है। फैक्ट्री में आग बुझाने के उपकरण नहीं थे। घनी आबादी में कैसे संचालित हो रही थी, इसकी जांच की जा रही है।

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