Chhath Puja 2019: व्रती महिलाओं सूर्यदेव को दिया अघ्र्य, छठ मइया के गीत गाए Aligarh News

छठ महापर्व के मौके पर रविवार की सुबह व्रती महिलाओं ने सूर्यदेव को अघ्र्य दिया और छठ मइया के गीत गाए। 36 घंटे से निर्जला व्रत रख रही महिलाओं ने जल ग्रहण किया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Sun, 03 Nov 2019 05:37 PM (IST) Updated:Mon, 04 Nov 2019 10:02 AM (IST)
Chhath Puja 2019: व्रती महिलाओं सूर्यदेव को दिया अघ्र्य, छठ मइया के गीत गाए Aligarh News
Chhath Puja 2019: व्रती महिलाओं सूर्यदेव को दिया अघ्र्य, छठ मइया के गीत गाए Aligarh News

अलीगढ़ (जेएनएन)। छठ महापर्व के मौके पर रविवार की सुबह व्रती महिलाओं ने सूर्यदेव को अघ्र्य दिया और छठ मइया के गीत गाए। 36 घंटे से निर्जला व्रत रख रही महिलाओं ने जल ग्रहण किया। इसके साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया। इस मौके पर बच्चों ने खुशी में जमकर आतिशबाजी की।

सुबह से ही था उत्साह

महापर्व छठ के मौके पर सुबह से ही महिलाएं अघ्र्य की तैयारियों में जुटी हुई थीं।  उन्होंने डाला की तैयारी शुरू कर दी। डाला में मूली, सेब, अमरूद, गवद (कच्चा केला), सिंघाड़ा और गन्ना आदि लिया। दोपहर तीन बजे सिर पर पुरुषों ने डाला लिया और नंगे पांव घाट की ओर बढ़ गए। व्रती महिलाएं गीत गाते हुए चल रही थीं। 'आठ ही काठ के कठेरिया...हो दीनानाथ', 'खरना पुजाई भोरे ही सबेरे', 'मोरा भइया जाएला महंगा मुंगेर','कांच ही बांस बहंगिया, बहंगी लचकत जाए' आदि गीत गाते हुए घाट पर पहुंची।

टीकाराम मंदिर में आकर्षक घाट सजाया

टीकाराम मंदिर में आकर्षक घाट सजाया गया था। पुजारी राजू पंडित और मनोज ओझा ने घाट की तैयारी की थी। महिलाओं ने घाट पर दीपक जलाया और छठी मइया के ध्यान में जुट गईं। मंदिर का पूरा परिसर भरा हुआ था। मेले जैसा दृश्य यहां बना हुआ था। सूर्यदेव के अस्त होने पर व्रती महिलाओं ने डाला लेकर सूर्यदेव को अघ्र्य दिया। पुरुषों ने डाला पर जल अर्पित किया। गायत्री, किरन, सीता देवी आदि महिलाओं ने मां के गीत गाए।

मइया सुन ल अरजिया हमार 

बदरबाग स्थित रेलवे कॉलोनी में बिहार के घाटों की तरह छटा बिखरी हुई थीं। यहां खास तौर से बिहार की महिलाएं छठ पूजन को आती हैं। कॉलोनी के लोगों ने यहां पक्के घाट का निर्माण किया है। व्रती महिलाएं वेदी पर दीपक जलाकर पूजन में लीन थीं। परिवार के लोग भी पूजन में शामिल हुए। शारदा सिन्हा, कल्पना सिंह, मनोज तिवारी और पवन सिंह के गीत गूंज रहे थे। 'मइया सुन ल अरजिया हमार' गीत गाकर महिलाओं ने मां से मनौती की।

यहां भी दिया अघ्र्य

शहर के कई स्थानों पर अघ्र्य दिया गया। क्वार्सी चौराहे के निकट घाट तैयार किया गया था। यहां पर नीता दुबे, नीलम दुबे, नीलम यादव, कुसुम दुबे, सोनम दुबे आदि महिलाओं ने अस्त होते सूर्यदेव को अघ्र्य दिया। लाल डिग्गी, कुलदीप विहार, आरएएफ परिसर आदि स्थानों पर भी घाट बनाकर महिलाओं ने अघ्र्य दिया।

रोशनी से नहाए रहे घाट, जमकर आतिशबाजी

टीकाराम मंदिर और बदरबाग स्थित रेलवे कॉलोनी में घाट रोशनी से नहाए हुए थे। झालरों और लाइटों से घाटों को सजाया गया था। पूजन के समय बच्चों ने जमकर आतिशबाजी की। इन घाटों पर शहर के कई क्षेत्रों से पूजन के लिए महिलाएं आती हैं।

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