एडीए वीसी को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार

By Edited By: Publish:Wed, 23 Jul 2014 07:07 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jul 2014 07:07 PM (IST)
एडीए वीसी को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के (एडीए) के उपाध्यक्ष जेबी सिंह को बुधवार सुबह यहां सीबीआइ (केंद्रीय जांच ब्यूरो) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। मैनपुरी में 2008-10 में हुए 19 करोड़ के मिड-डे-मील घोटाले में वह आरोपी हैं। इस मामले में मैनपुरी में डीएम रहे सेवानिवृत्त हो चुके आइएएस सच्चिदानंद दुबे की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।

बुधवार सुबह करीब 10 बजे सीबीआइ इंस्पेक्टर अर्चना सिंह के नेतृत्व में क्वार्सी पुलिस एडीए कॉलोनी अवंतिका स्थित उपाध्यक्ष (वीसी) के आवास पहुंची। वहां से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सफेद इनोवा गाड़ी में जेबी सिंह को थाने लाया गया। यहां अर्चना सिंह ने कागजी कार्रवाई पूरी की। करीब 11:40 बजे टीम वीसी को लेकर क्वार्सी बाईपास से होते हुए गाजियाबाद रवाना हो गई। एसओ क्वार्सी एसके द्विवेदी ने बताया कि वीसी को अपनी गिरफ्तारी की जानकारी थी। मौके पर सरकारी कर्मचारी भी मौजूद थे, परंतु किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई।

ज्ञात हो कि 2011 में मैनपुरी के तत्कालीन डीएम रणवीर प्रसाद को मिड-डे-मिल में घोटाले की भनक लगी। उन्होंने सभी स्कूलों में जांच कराई तो साबित हुआ कि 2008-10 के बीच घोटाला हुआ। प्रसाद के निर्देश पर तत्कालीन पूर्ति निरीक्षक संजय मिश्रा ने उस समय बीएसए रहे केडीएन राम, पूर्व बीएसए रघुवीर सिंह, कार्यदायी संस्था सर्च के सचिव विवेक सुदर्शन, मिड-डे-मील के जिला समन्वयक प्रशांत मिश्रा, लिपिक विष्णु दयाल के विरुद्ध 24 अप्रैल 2011 को मुकदमा दर्ज कराया था। बचाव के लिए सुदर्शन ने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने मामले की सीबीआइ जांच के आदेश दिए। जांच में मैनपुरी में डीएम रहे सच्चिदानंद दुबे, पूर्व डीएम डीसी शुक्ला, तत्कालीन सीडीओ (अलीगढ़ के एडीए वीसी) जेबी सिंह, पूर्व सीडीओ एचएस चतुर्वेदी तथा कार्यदायी संस्था सर्च अध्यक्ष अशोक चौहान को दोषी पाया गया था।

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