यमुना में नहाने गया किशोर डूबा, घंटों बाद भी नहीं पहुंचे गोताखोर

सिकंदरा के गैलाना गांव की घटना। घाट पर जुटे ग्रामीणों ने तीन घंटे मे खोजा शव।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 28 May 2020 04:51 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 04:51 PM (IST)
यमुना में नहाने गया किशोर डूबा, घंटों बाद भी नहीं पहुंचे गोताखोर
यमुना में नहाने गया किशोर डूबा, घंटों बाद भी नहीं पहुंचे गोताखोर

आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा के गैलाना में गुरुवार को यमुना में नहाने गया किशोर डूब गया। जानकारी होने पर ग्रामीण मौके पर जुट गए। सूचना देने के कई घंटे बाद भी गोतखोरों के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने अपने स्तर से तीन घंटे की कोशिशों के बाद किशोर का शव खोज निकाला।

गैलाना निवासी सुमित (16 वर्ष) पुत्र रमाशंकर गुरुवार की सुबह 10:30 बजे गैलाना घाट पर यमुना में नहाने गया था। गहरे पानी में उतरने के चलते वोो उसमें डूब गया। वहां मौजूद लोगों ने जब सुमित को डूबते हुए देखा तो इसकी सूचना उसके परिवार को दी। जानकारी होते ही परिवार में कोहराम मच गया। स्वजन दर्जनों ग्रामीणों के साथ नदी किनारे पहुंच गए। सुमित को अपने स्तर से तलाशना शुरू कर दिया। पुलिस को भी घटना की सूचना दी। पुलिस काेे सूचित करने के बाद ग्रामीण काफी देर तक पुलिस और गोताखोरों के आने का इंतजार देखते रहे, लेकिन जब बहुत देर तक कोई मदद नहीं मिली तो ग्रामीणों ने खुद ही मोर्चा संभाल लिया। तीन घंटे तक सुमित को ग्रामीण नदी में तलाशते रहे, इसके बाद जाकर सुमित का शव नदी में से मिल सका। सुमित का शव सामने देखते ही स्‍वजनों विलाप कर उठे। मां का कलेजा मानो मुंह को आ गया।  

ग्रामीणों ने नदी में कई जगह जाल डाल दिए

गांव के ही तैराकों ने उसकी तलाश में यमुना के कई सौ मीटर का क्षेत्र छान मारा। इस पर ग्रामीणों ने सुमित की तलाश के लिए स्टीमर और पीएसी के गोताखोर बुलाने की मांग की। पार्षद पति मुकेश यादव के अनुसार तीन घंटे बाद भी गोताखोर मौके पर नहीं पहुंचे। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। उन्होंने अपने स्तर से कई नाव नदी में उतारकर तीन घंटे की कोशिश के बाद शव को खोज निकाला। ग्रामीणों का कहना था यदि समय रहते स्टीमर और गोताखोर पहुंच जाते तो शायद सुमित की जान बच जाती। 

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