पथरी से गुर्दा हो रहा खराब, 25 फीसद मामले आए सामने
गुटखा तंबाकू खाने और कैल्शियम प्रोटीन की अधिकता से होती है बीमारी
आगरा, जागरण संवाददाता। पथरी से गुर्दे खराब हो रहे हैं, गुर्दा फेल्योर के 25 फीसद केस पथरी के कारण आ रहे हैं। रविवार को रेनबो हॉस्पिटल, सिकंदरा में दो दिवसीय यूरोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया आगरा यूरोलॉजी एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यशाला के समापन पर गुर्दे की पथरी के अत्याधुनिक इलाज पर चर्चा की गई। सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. मधुसूदन शर्मा ने बताया कि उत्तर भारत में पथरी के केस बढ़ रहे हैं। बड़े आकार की पथरी के मरीज आते हैं, इससे गुर्दा खराब हो रहा है। गुर्दा फेल्योर के 25 फीसद केस पथरी के कारण आ रहे हैं। दो साल के बच्चों में भी पथरी देखने को मिल रही है। मगर, अब पथरी का ऑपरेशन आसान हो गया है। मिनीमम इनवेसिव सर्जरी में दूरबीन विधि और लेजर से ऑपरेशन किए जा रहे हैं। एक छोटे छिद्र से पीसीएनएल से पथरी को चूरा कर दिया जाता है। टांके लगाने की भी जरूरत नहीं होती है, 24 घंटे बाद मरीज डिस्चार्ज कर दिया जाता है। कार्यशाला में पथरी और प्रोस्टेट के पीसीएनएल, यूआरएस और आरआइआरएस विधि से ऑपरेशन का प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. अनिल एल्हेंस, डॉ. राजेश कुकरेजा, डॉ. अनुराग यादव, एसएन के डॉ. प्रशांत लवानिया, रेनबो हॉस्पिटल के डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा, डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. दिलीप मिश्रा आदि मौजूद रहे। पाकिस्तान, बांग्लादेश के डॉक्टरों के लिए लाइव वेबकास्ट कार्यशाला में पीसीएनएल विधि से किए गए ऑपरेशन सहित प्रशिक्षण का लाइव वेबकास्ट किया गया। पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित कई देशों के चिकित्सकों ने ऑनलाइन प्रशिक्षण लिया। गुटखा और तंबाकू का सेवन, पानी कम पीने से पथरी की केस बढ़ रहे हैं। 10 एमएम से ज्यादा आकार की पथरी के साथ मरीज आ रहे हैं। डॉ. मधुसूदन अग्रवाल, अध्यक्ष, यूरोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया नई तकनीकी से दो से तीन मिलीमीटर के छेद से पथरी कब निकल गई, मरीज को इसका अहसास तक नहीं होता। डॉ. अजय भंडारकर, वड़ौदरा शरीर में कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने पर भी पथरी के मामले देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में दूध का सेवन कम करना चाहिए। डॉ. अनीष श्रीवास्तव, चेयरमैन, यूरोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया, बोर्ड ऑफ एजूकेशन यूरोलॉजिस्ट पर आ रहे मरीजों में एक चौथाई पथरी के होते हैं। पथरी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डॉ. चंद्रमोहन, हैदराबाद