Turban for Mask: सिखों की शान अब बचाएगी जान, निकाल लिया ये अनूठा रास्‍ता

टरबन फॉर मास्क की आगरा में हो रही शुरुआत। पुरानी पगड़ियों से एक लाख मास्क करेंगे तैयार।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Jun 2020 09:50 AM (IST) Updated:Fri, 26 Jun 2020 05:54 PM (IST)
Turban for Mask: सिखों की शान अब बचाएगी जान, निकाल लिया ये अनूठा रास्‍ता
Turban for Mask: सिखों की शान अब बचाएगी जान, निकाल लिया ये अनूठा रास्‍ता

आगरा, प्रभजोत कौर। पगड़ी आन है, बान और शान भी। पगड़ी के सम्मान के लिए न जाने कितनी ही शहादतें हुई हैं। अब यही पगड़ी जरूरतमंदों की जान भी बचाएगी। सिख समाज ने पूरे देश में टरबन फॉर मास्क नाम के अभियान की शुरुआत की है। घर-घर से पुरानी पगड़ियों को लेकर उनके मास्क बनाए जाएंगे और जरूरतमंदों तक पहुंचाए जाएंगे।आगरा में भी इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्द ही पगड़ियों से तैयार मास्क लोगों के पास पहुंचने लगेंगे।

कोरोनाकाल में हर कोई जरूरतमंदों की मदद को सामने आ रहा है। एेसे में सिख समाज कैसे पीछे रह सकता है। समाजसेवा और जरूरतमंदों के लिए सदैव ही खुद को न्यौछावर करने वाले सिख समाज के लोग न केवल जरूरतमंदों को भोजन पहुंचा रहे हैं बल्कि उनके लिए एक अनूठी मुहिम की शुरुआत भी की गई है। यह मुहिम है टरबन फॉर मास्क। देश भर में इस अभियान की शुरुआत पिछले दिनों दिल्ली से हुई थी। अब ताजनगरी भी इस पावन अभियान में अपनी आहुति देने के लिए तैयार है। अभियान के तहत घर-घर जाकर सिख समाज के लोग पुरानी पगड़ियां एकत्रित करेंगे। उन्हें एक विशेष प्रक्रिया के तहत सैनिटाइज किया जाएगा और फिर मास्क तैयार होंगे। मास्क तैयार होने के बाद फिर से सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा और फिर जरूरतमंदों तक इन्हें पहुंचाया जाएगा। ये मास्क कोरोना वारयस से लड़ने में सहायक साबित होंगे।

एक लाख मास्क का लक्ष्य

देश भर में पुरानी पगड़ियों से करीब दस लाख मास्क बनाने का लक्ष्य है। पहले चरण में करीब ढाई लाख मास्क तैयार होंगे। शुरुआत उत्तर भारत के शहरों से हो गई है। आने वाले दिनों में अन्य शहरों में भी इस मुहिम को गति दी जाएगी। आगरा में एक लाख मास्क वितरण का लक्ष्य है।

एक पगड़ी से बनेंगे 30 मास्क

एक पगड़ी से 25 से 30 मास्क तैयार हो जाएंगे। मास्क को अच्छी तरह से सैनिटाइज करने के बाद इन्हें पैक कर दिया जाएगा। सील पैक होने के बाद इन्हें जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाएगा। मुख्य रूप से सूती और मलमल की पुरानी पगड़ियों से ये मास्क तैयार किए जाएंगे। आगरा में भी पुरानी पगड़ियों को एकत्र करने का काम शुरू किया जा रहा है।

समाज के लोगों ने हमेशा ही जरूरतमंदों के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। जैसे ही पता चला कि पुरानी पगड़ियों से मास्क तैयार होंगे, तमाम लोगों ने संपर्क किया। वे सहर्ष ही इस अनूठे अभियान के लिए अपनी पुरानी पगड़ी देने के लिए तैयार हो गए।

- बाबा प्रीतम सिंह, गुरुद्वारा गुरु का ताल

सिखों के लिए पगड़ी का खासा महत्व है।पगड़ी के लिए समाज ने कुर्बानियां दी हैं। अब यही पगड़ी लोगों की जान बचाएगी तो इससे बेहतर क्या हो सकता है। सिख समाज को अपनी सेवा के लिए हमेशा ही जाना जाता है।

- बंटी ग्रोवर

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