School Reopening: आगरा के स्कूलों ने तैयार किया ये प्लान, खुद की Guide Line का रखा जाएगा ध्यान

School Reopening छूट मिली तो बरतेंगे पूरी एहतियात। सीमित संख्या और शारीरिक दूरी पर रहेगा विशेष ध्यान।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 06:48 PM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 06:48 PM (IST)
School Reopening: आगरा के स्कूलों ने तैयार किया ये प्लान, खुद की Guide Line का रखा जाएगा ध्यान
School Reopening: आगरा के स्कूलों ने तैयार किया ये प्लान, खुद की Guide Line का रखा जाएगा ध्यान

आगरा, जागरण संवाददाता। अनलॉक थ्री में स्कूल संचालकों को उम्मीद है कि 21 सितंबर से कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को बुलाकर समस्या निस्तारण की अनुमति मिल जाएगी। लिहाजा उन्होंने अपने स्तर से एहतियातों के साथ योजना तैयार कर ली हैं। कुछ खेल-मैदान में ओपन क्लास लगाने की तैयारी में हैं, तो कुछ समस्या समाधान के लिए पहले समय लेने वाले विद्यार्थियों को ही बुलाएंगे। हालांकि सभी को शासन के दिशा-निर्देशों का इंतजार हैं।

नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन (नप्सा) अध्यक्ष संजय तोमर ने बताया कि विद्यार्थियों को बुलाने से पहले सुरक्षा मानक पूरे किए जाएंगे। मास्क अनिवार्यता के साथ कई बार सैनिटाइजेशन होगा। विद्यार्थियों को सीमित अवधि के लिए कक्षावार बुलाने का समय अलग-अलग निर्धारित होगा। कैटींन बंद रहेगी, मध्यावकाश नहीं होगा, विद्यार्थी कक्षा में भी कुछ नहीं खाएंगे। सुबह प्रार्थना नहीं होगी, घर से आने के बाद विद्यार्थी सीधे क्लास और वहां से सीधे घर जाएंगे। चार या पांच पीरियड ही लगेंगे।

खुले में लगाएंगे कक्षाएं

एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा (अप्सा) कोषाध्यक्ष प्रद्युम्न चतुर्वेदी ने बताया कि फिलहाल राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का इंतजार है। हम सिर्फ 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को ही बुलाएंगे। अन्य विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं व टेस्ट होते रहेंगे। एक बार में सिर्फ 10-12 बच्चे ही बुलाए जाएंगे। उन्हें प्ले-ग्राउंड में बैठाकर समस्या समाधान क्लास लगाएंगे। इसके लिए पहले सेशन बुक कराना होगा, ताकि संख्या सीमित रहे।

कड़ी चैकिंग के मिलेगा प्रवेश

वॉइस ऑफ स्कूल्स एसोसिएसन (वोसा) अध्यक्ष डॉ. राहुल राज ने बताया कि हम विद्यार्थियों को तभी प्रवेश देंगे, जब अभिभावक स्वेच्छा से भेजने की बात लिखकर भेजेंगे। गेट पर सभी की थर्मल स्क्रिनिंग और पल्स अॉक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवर चेक करने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। क्लास की जगह प्ले ग्राउड में शारीरिक दूरी के हिसाब से सीट लगवाकर बैठाएंगे। माइक-स्पीकर से शिक्षक पढ़ाएंगे। सभी को अलग समय दिया जाएगा। 12 बच्चे ही एक बार में बुलाए जाएंगे। एक क्लास सिर्फ आधा घंटे की होगी।

शासनादेश का इंतजार

डीआइओएस रवींद्र सिंह का कहना है कि शासन से दिशा-निर्देश आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि स्कूल 21 सितंबर से खुलेंगे या नहीं। आदेशों के अनुरुप ही व्यवस्था कराई जाएगी। 

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