Pollution in Yamuna: अनलॉक होते ही यमुना का आंचल ताजनगरी में फिर होने लगा मैला

Pollution in Yamuna लॉकडाउन में आैद्योगिक गतिविधियों पर रोक से साफ हुआ था यमुना जल। अब फिर यमुना में बढ़ा प्रदूषण यूपीपीसीबी की रिपोर्ट से सामने आई स्थिति।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 24 Jul 2020 10:50 AM (IST) Updated:Fri, 24 Jul 2020 10:50 AM (IST)
Pollution in Yamuna: अनलॉक होते ही यमुना का आंचल ताजनगरी में फिर होने लगा मैला
Pollution in Yamuna: अनलॉक होते ही यमुना का आंचल ताजनगरी में फिर होने लगा मैला

आगरा, निर्लोष कुमार। लॉकडाउन में औद्योगिक गतिविधियों पर रोक से निर्मल हुई यमुना का जल एक बार फिर प्रदूषित हो गया है। यमुना जल में प्रदूषक तत्वों की मात्रा में अनलॉक में वृद्धि हुई है। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) की रिपोर्ट से यह स्थिति सामने आई है। इसकी प्रमुख वजह यमुना में गिरते नालों के साथ पहुंच रहे औद्योगिक अपशिष्ट को माना जा रहा है।

यूपीपीसीबी द्वारा माह में दो बार यमुना जल के सैंपल लिए जाते हैं। आगरा में अप स्ट्रीम में कैलाश व वाटर वर्क्स और डाउन स्ट्रीम में ताजमहल के नजदीक सैंपलिंग की जाती है। देश में 25 मार्च से लॉक डाउन शुरू होने पर औद्योगिक गतिविधियां थम गई थीं। इससे यमुना जल में सुधार देखने को मिला था। चार अप्रैल को लिए गए यमुना जल की जांच में प्रदूषण की मात्रा में कमी दर्ज की गई थी। पीएच, डिजॉल्व ऑक्सीजन (डीओ) मानक के अनुरूप रहे थे। वहीं, लॉक डाउन से पूर्व की अपेक्षा लॉक डाउन की अवधि में बायो ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी), केमिकल ऑक्सीजन डिमांड (सीओडी) और क्लोराइड की स्थिति में भी सुधार नजर आया था। अब अनलॉक-2 में आठ जुलाई को लिए गए यमुना जल के सैंपल की रिपोर्ट के आधार पर यमुना का फिर पुराना हाल हो चुका है। डीओ मानक से कम, बीओडी मानक से अधिक दर्ज की गई। यह स्थिति यमुना में पाई जाने वाली मछलियों आदि के लिए खतरनाक है।

बदस्तूर जा रहा सीवर

यमुना में सीवर के जाने पर रोक नहीं लग पा रही है। आठ जुलाई को लिए गए सैंपल के अनुसार टोटल कॉलिफार्म (मानव व जीव अपशिष्ट) की मात्रा कई गुना अधिक दर्ज की गई। यह अपस्ट्रीम में कम और डाउन स्ट्रीम में अधिक दर्ज की गई, जिससे यह कहा जा सकता है कि यमुना शहर में अधिक प्रदूषित हो रही है। यमुना में सीधे गिरते नालों से औद्योगिक अपशिष्ट के साथ ही सीवर जा रहा है।

'लॉक डाउन के दौरान यमुना में बांधों से पानी छोड़ा गया था। औद्योगिक गतिविधियों पर पाबंदी के चलते ऊपर से दूषित पानी भी नहीं आ रहा था, जिससे यमुना जल साफ हो गया था।'

-भुवन यादव, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी

18 मार्च को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, पीलापन, पीलापन, पीलापन

गंध, विशेष नहीं, विशेष नहीं, विशेष नहीं

पीएच, 7.68, 7.72, 7.74

डीओ, 5.8, 5.3, 4.9

बीओडी, 10.4, 11.6, 12.8

सीओडी, 28.0, 29.6, 32.4

क्लोराइड, 152, 166, 178

चार अप्रैल को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन,

गंध, गंधरहित, गंधरहित, गंधरहित

पीएच, 7.52, 7.59, 7.62

डीओ, 6.3, 5.7, 5.4

बीओडी, 9.6, 10.4, 11.2

सीओडी, 21.6, 22.4, 24.0

क्लोराइड, 142, 148, 164

अाठ जुलाई को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन

गंध, गंधरहित, गंधरहित, गंधरहित

पीएच, 7.64, 7.58, 7.53

डीओ, 5.7, 5.1, 4.7

बीओडी, 10.8, 12.4, 14.0

सीओडी, 28.0, 32.0, 36.0

क्लोराइड, 132, 144, 166

टोटल कॉलिफॉर्म, 33000, 45000, 63000

फीकल कॉलिफॉर्म, 13000, 18000, 31000

मानक

पीएच: 6.5-8.5

डीओ: 6 या उससे अधिक

बीओडी: 5 से कम

सीओडी: 50 से कम

क्लोराइड: 250-1000

टोटल कॉलिफार्म: पेयजल में 100, नहाने के पानी में 500 से अधिक नहीं होना चाहिए। पांच हजार से अधिक होने पर पानी को ट्रीट नहीं किया जा सकता है।

मात्रक: डीओ, बीओडी, सीओडी आैर क्लोराइड का मात्रक मिलीग्राम प्रति लिटर है। टोटल कॉलिफार्म का मात्रक मोस्ट प्रोबेबल नंबर प्रति 100 मिली है। 

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