Oil Mafia of Agra: अरबपति तेल माफिया की आगरा में कुर्क हुई सिर्फ एक दुकान और कार

Oil Mafia of Agra एक माह से गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति कुर्क करने की कह रहे थे अधिकारी। वर्ष 2017 के बाद में खरीदी संपत्ति के रूप में दुकान और कार ही कर सके चिह्नित।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Tue, 28 Jul 2020 10:38 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2020 10:38 AM (IST)
Oil Mafia of Agra: अरबपति तेल माफिया की आगरा में कुर्क हुई सिर्फ एक दुकान और कार
Oil Mafia of Agra: अरबपति तेल माफिया की आगरा में कुर्क हुई सिर्फ एक दुकान और कार

आगरा, जागरण संवाददाता। मथुरा रिफायनरी से जालंधर को जा रही पाइप लाइन में सेंधमारी कर करोड़ों की चोरी करने वाला माफिया। महल जैसा आलीशान बंगला ओर अरबों की संपत्ति का मालिक। एक वर्ष से गैंगस्टर एक्ट के तहत उसकी संपत्ति कुर्क करने का ढिंढोरा पीटा जा रहा था। मगर, कार्रवाई की बारी आई तो महज एक दुकान और कार काे चिह्नित कर पाए । नियमों की पेचीदगी बताकर सोमवार को इन्हीं दोनों संपत्तियों को कुर्क कर पुलिस प्रशासन ने अपना काम खत्म कर लिया।

कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे से मुठभेड़ के बाद प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू हुआ। सरकार गिरोह बंद अधिनियम एवं समाजविरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर नजीर पेश करना चाहती है। सोमवार को मथुरा पुलिस प्रशासन द्वारा तेल माफिया मनोज गोयल की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई को देखकर ऐसा नहीं लग रहा।

मथुरा रिफाइनरी से जालंधर को जा रही पेट्रोलियम पदार्थ की पाइप लाइन में मनोज गोयल और उसके साथियों ने थाना हाईवे क्षेत्र की कृष्णापुरम कॉलोनी में सेंध लगा दी थी। इस मामले में मथुरा के हाईवे थाने मे मनोज गोयल और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। 16 मई 2017 को इसमें चार्जशीट दाखिल हो गई। इसके बाद मनोज गोयल और उसके साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा लिखा गया था। उसी मुकदमे में चार्जशीट के बाद 14(1) के तहत संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई होनी थी। पिछले एक साल से कार्रवाई अटकी थी। तत्कालीन एसएसपी मथुरा सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने इस संबंध में संपत्ति चिन्हित करने लिए जिलाधिकारी आगरा को पत्र लिखा था। उसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। पिछले दिनों मामला डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी तक पहुंचा था। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया था। कार्रवाई के लिए आईजी रेंज ए सतीश गणेश को निर्देशित किया था। मथुरा पुलिस ने संपत्ति कुर्क करने के लिए केवल उसकी मनोज गोयल के नाम कमला नगर के सेंटर बिजनेस पार्क स्थित दुकान और उसकी पत्नी के नाम पर टाटा टियागो कार को चिह्नित किया था। जिलाधिकारी मथुरा सर्वश्रराम मिश्र के आदेश के बाद आगरा में एडीएम सिटी ने कुर्की की कार्रवाई के आदेश जारी किए थे। सोमवार शाम पांच बजे एसीएम प्रथम आगरा विनोद कुमार जोशी और मथुरा के हाईवे थाना के इंस्पेक्टर विनोद कुमार कमला नगर स्थित दुकान पर पहुंचे। यहां उन्होंने दुकान को सील कर दिया और दुकान पर कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया। यह दुकान मनोज गोयल ने वर्ष 2017 के बाद 1.15 करोड़ की खरीदी थी। इसके बाद टीम यहां से नेहरू नगर पुलिस चौकी के पास स्थित उसके बंगले पर पहुंची। वहां काफी समय से ताला बंद है। इसके बाद पुलिस ने मनोज गोयल की कार की तलाश में कई अन्य स्थानों पर दबिश दी। इसके बाद मनोज गाेयल के भाई ने पुलिस को कार सौंपी। इसके बाद मथुरा पुलिस कार को अपने साथ ले गई। अब कार हाईवे थाने में सीज रहेगी और दुकान पर भी सील लगी रहेगी। जिलाधिकारी मथुरा के कोर्ट में केस चलेगा। यहां पुलिस प्रशासन को यह साबित करना होगा कि यह संपत्ति मनोज गोयल ने अपराध से अर्जित धन से ही खरीदी थी। यह सिद्ध होने के बाद ही इसकी नीलामी हो सकेगी।

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