स्वस्थ्य समाज: पोषण वाटिका संवारेगी नौनिहालों की सेहत Agra News

उगाही जाएंगी मौसमी सब्जियां एवं फल। शासन ने चार विभाग को सौंपी जिम्मेदारी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 08 Sep 2019 07:48 AM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2019 07:48 AM (IST)
स्वस्थ्य समाज: पोषण वाटिका संवारेगी नौनिहालों की सेहत Agra News
स्वस्थ्य समाज: पोषण वाटिका संवारेगी नौनिहालों की सेहत Agra News

आगरा, जेएनएन। कुपोषण पर चोट करने करने के लिए योगी सरकार एक नया अभिनव प्रयोग करने जा रही है। पोषण अभियान के तहत अब स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के घरों में पोषण वाटिका बनाई जाएंगी। कुपोषण से जंग लड़ रहे बच्चों को पोषण वाटिका में उगाई जाने वाली पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियां एवं फल खिलाए जाएंगे। इसके लिए शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

वर्तमान में सरकार कुपोषण खत्म करने के लिए परिषदीय स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार दिया जाता है। अतिकुपोषित बच्चों को विशेष निगरानी एवं पोषण पुनर्वास केंद्र भेजकर इलाज किया जाता है। अब योगी सरकार ने कुपोषण की जड़ पर प्रहार करने के लिए पोषण वाटिका स्थापित करने का निर्णय लिया है। जिनमें उगाही जाने वाली मौसमी सब्जियां एवं फल बच्चों को मुहैया कराए जाएंगे।

ये उगाई जाएंगी सब्जियां

पोषण वाटिका में करेला, सहजन, बैंगन, फूलगोभी, सेम, खीरा, बांकला, शिमला मिर्च, कद्दू, तोरई, पालक, टमाटर, कढ़ी पत्ता, धनियां, पत्ता गोभी, लौकी, अदरक, गाजर, मैथी सहित पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियां एवं फल उगाए जाएंगे।

किस विभाग की क्या जिम्मेदारी

- सभी परिषदीय स्कूलों के प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापिका परिसर में ही 200 से 400 वर्ग मीटर में पोषण वाटिका बनवाएंगे। इसे लिए बच्चों के वैकल्पिक समूह बनाने होंगे। हर सप्ताह स्कूल एसेंबली में पोषण तत्वों के बारे में जानकारी दी जाएगी। मिड डे मील में यही सब्जियां दी जाएंगी।

- बाल विकास एवं पुष्टाहार द्वारा प्रधान के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्र एवं अति कुपोषित बच्चों के घरों में पर्याप्त स्थान होने की दशा में पोषण वाटिका लगाने में सहयोग, एवं ऐसे परिवार जो साग सब्जियां खरीदने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें सप्ताह में कम से कम एक दिन सब्जियां उपलब्ध कराएगा।

- ग्राम्य विकास विभाग के तहत प्रधान आवश्यक कार्य की मांग के आधार पर ग्राम, क्षेत्र एवं जिला पंचायत स्तर से अनुमोदन प्राप्त करेंगे। बहुवर्षीय फलदार पौंधों का रोपण एवं श्रम पर खर्च धनराशि का वहन मनरेगा से होगा।

-पंचायती राज विभाग- ग्राम विकास निधि से बीज एवं पौधों का भुगतान होगा। वाटिका तैयार कर समय आवश्यक मजदूरी का भुगतान होगा।

लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्‍त

पोषण वाटिका बनवाने के लिए शासन ने निर्देश दिए हैं। इनसे शिक्षा, पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आभा सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, फीरोजाबाद 

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