आवारा पशुओं के खिलाफ आंदोलन समूचे ब्रजमंडल में फैला, 13 को प्रदेशव्यापी आंदोलन

बेसहारा पशुओं के खिलाफ यह आंदोलन मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, आगरा समेत लगभग पूरे ब्रजमंडल को अपने आगोश में ले चुका है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 29 Dec 2018 08:19 PM (IST) Updated:Sat, 29 Dec 2018 08:21 PM (IST)
आवारा पशुओं के खिलाफ आंदोलन समूचे ब्रजमंडल में फैला, 13 को प्रदेशव्यापी आंदोलन
आवारा पशुओं के खिलाफ आंदोलन समूचे ब्रजमंडल में फैला, 13 को प्रदेशव्यापी आंदोलन

आगरा, जेएनएन। गोवंश की रक्षा करने वाले कान्हा के ब्रजमंडल में आज गाएं बेसहारा हो गई हैं। कभी जिनकी सेवा करके पुण्य लाभ की होड़ लगी रहती थी वहीं आज उनके खिलाफ आंदोलन चल रहा है। उन्हें अस्थाई जेलों में डाला जा रहा है। इसके चलते स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों में बंद कई गोवंश की मौत होने की सूचना है। बेसहारा पशुओं के खिलाफ यह आंदोलन मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, आगरा समेत लगभग पूरे ब्रजमंडल को अपने आगोश में ले चुका है। अब इस मामले को लेकर राजनीतिक दल भी सामने आने लगे हैं। लोकदल 13 जनवरी को प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ेगा। 

फिलहाल प्रशासन ने कुछ नहीं किया

हालात विषम होने के बावजूद प्रशासन ने इन छुट्टा जानवारों से निजात दिलाने के लिए किसी जिले के प्रशासन ने कोई तात्कालिक उपाय नहीं किए हैं। स्वास्थ्य केंद्रों और स्कूलों में बंद गोवंश को छुड़ाने के प्रशासन के कदम ने मुश्किल और बढ़ा दीं हैं। बंद गोवंश को किसी गोशाला में भेजने के बजाय उन्हें छुट्टा छोड़ दिया। इससे गोवंश फिर खेतों को उजाड़ रहे हैं। इससे इतर बड़ी संख्या में स्कूलों में पढाई बंद है। कई जगह स्वास्थ्य केंद्रों में दवा मुश्किल हो रहा है।

मथुरा में पांच गोवंश की मौत

मथुरा के एसडीएम मांट ने कई जगह पशुओं को छुड़ाकर छुट्टा छुड़वा दिया। इसी बीच कारब गांव के स्कूल में बंद की गईं पांच गायों ने शनिवार देर शाम दम तोड़ दिया। शनिवार को आंदोलन की जद में कई और गांव आ गए। आगरा के एत्मादपुर में भी ग्रामीणों ने बेसहारा पशु स्कूल में बंद कर दिए। मथुरा के भगत नगरिया में सुबह किसानों ने बेसहारा गाय और सांड़ों को प्राथमिक स्कूल में बंद कर दिया। स्कूल में पशुओं का जमावड़ा देख बच्चों समेत शिक्षकों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। 

आवारा पशुओं के खिलाफ आंदोलन आगरा तक पहुंचा

शिक्षकों ने पशुओं से बचते बचाते बच्चों को बाहर निकाला और स्कूल के पास खेत के एक खुले बाड़े में बिठाकर पढ़ाना शुरू कर दिया। शिक्षक अमर सिंह ने कहा कि मना करने पर भी ग्रामीण नहीं माने। राजागढ़ी, बुलाकपुर, अरुआ समेत आधा दर्जन गांवों के स्कूलों में भी ऐसी ही स्थिति बनी रही। राया ब्लाक के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूल कारब में देर शाम स्कूल के संकरे हिस्से में फंसकर पांच गायों की मौत हो गई। वहीं आवारा पशुओं के खिलाफ आंदोलन अब आगरा में भी शुरू हो गया है। एत्मादपुर के गांव गढ़ी बच्ची में शुक्रवार रात प्राथमिक विद्यालय में आवारा पशुओं को ग्रामीणों ने बंद कर दिया। सुबह स्कूल पहुंचे बच्चों को लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने एलान कर दिया है कि समस्या का स्थाई समाधान तक स्कूल नहीं खुलने देंगे। 

लोकदल छेड़ेगा प्रदेश व्यापी आंदोलन 

अलीगढ़ में छुट्टा पशुओं को लेकर लोकदल 13 जनवरी को प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ेगा। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. सुनील सिंह के आह्वान पर जिलेभर से किसान छुट्टा पशु (गाय-गौवंश) लेकर डीएम की कोठी के लिए रवाना होंगे। जिलाध्यक्ष देवानंद बाबा ने मैरिस रोड स्थित लोकदल के कैंप कार्यालय पर पत्रकारों के बीच यह एलान किया। उन्होंने कहा कि अफसर छुट्टा पशुओं के विचरण से तबाह किसानों पर मुकद्दमा दर्ज कर रहा है। जबकि इन पशुओं के इंतजाम व किसानों के नुकसान के मुआवजा देना चाहिए। किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। दर्ज मुकद्दमें वापस नहीं हुए तो लोकदल उग्र आंदोलन करने से भी नहीं चूकेगा।

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