Deepawali के बाद इस महीने अब आएंगे ये त्योहार, जानें कब है देव उठनी एकादशी

कार्तिक का यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित है। इस माह में दीपदान का महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस महीने की गई प्रार्थना सीधे देवी-देवता तक पहुंचती है इसके चलते इस माह को मोक्ष का द्वार भी कहते हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 03:04 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 03:04 PM (IST)
Deepawali के बाद इस महीने अब आएंगे ये त्योहार, जानें कब है देव उठनी एकादशी
कार्तिक का यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित है।

आगरा, जागरण संवाददाता। हिंदू धर्म में कार्तिक मास पुण्यकारी माना जाता है। इसे धर्म का महीना भी कहा जाता है, क्योंकि इस महीने कई बड़े त्योहार आते हैं। हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली शनिवार को हो चुका है। पंचोत्सव के पांच दिन के पर्व में आज अंतिम उत्सव यानि भाई दूज है। लेकिन त्योहारों की ये सूची अभी खत्म नहीं हुई है। कार्तिक माह में अभी कई प्रमुख त्योहार बचे हुए हैं। इनमें गोवर्धन पूजा से लेकर कार्तिक पूर्णिमा यानि देव दीपावली भी शामिल है।

ज्योतिषाचार्य डॉ शाेनू मेहरोत्रा के अनुसार कार्तिक का यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित है। इस माह में दीपदान का महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस महीने की गई प्रार्थना सीधे देवी-देवता तक पहुंचती है, इसके चलते इस माह को मोक्ष का द्वार भी कहते हैं।

इस महीने दीवाली के बाद आने वाले त्योहार 

20 नवंबर छठ पूजा

23 नवंबर आंवला नवमी/अक्षय नवमी

25 नवंबर देव उठनी एकादशी/तुलसी विवाह

30 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा या देव दीपावली, गुरु नानक जयंती

देव उठनी एकादशी एवं तुलसी विवाह

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। इस साल यह एकादशी 25 नवंबर को है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु चार महीने सोने के बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन से शादी ब्याह शुरू हो जाते हैं। कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन तुलसी विवाह कराया जाता है।

कार्तिक पूर्णिमा 

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। इस बार यह 30 नवंबर को है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के अलावा दान पुण्य करने का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु जी और देवी लक्ष्मी जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

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