एसएन में मरीज पर भड़के जूनियर डॉक्टर, हंगामा
12 फरवरी से सर्जरी विभाग में भर्ती है तीमारदार को बाहर निकाला प्लास्टिक सर्जन के न होने पर रेफर करने की मांग करने पर की गाली गलौज
जागरण संवाददाता, आगरा: एसएन में प्लास्टिक सर्जन न होने पर मरीज ने रविवार को जूनियर डॉक्टरों से रेफर करने के लिए कहा। इस पर वे भड़क गए। मरीज के साथ गाली गलौज की, उसे बचाने के लिए अन्य मरीजों के तीमारदार आ गए। उन्हें धक्का देकर वार्ड से बाहर निकाल दिया। मरीज और तीमारदार दहशत में हैं। बोदला निवासी दिनेश (34) का छह महीने पहले एक्सीडेंट हुआ था, उनके पैर के तलवा से मांस हट गया था। वे 12 फरवरी को प्लास्टिक सर्जरी के लिए एसएन में भर्ती हुए। यहां संविदा पर कार्यरत प्लास्टिक सर्जन डॉ. मानवी मिश्रा ने 14 फरवरी को प्लास्टिक सर्जरी की, जांघ से मांस का टुकड़ा लेकर पैर में लगा दिया। कुछ दिन बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद जूनियर डॉक्टर इलाज करते रहे, करीब पौने दो महीने से एक ही तरह की दवाएं और इंजेक्शन दे रहे हैं। उनकी पट्टी तक नहीं खोली, उन्हें पता चला कि प्लास्टिक सर्जन नहीं है तो जयपुर रेफर करने के लिए कहा। दोपहर 12.30 बजे वार्ड में पहुंचे जूनियर डॉक्टरों ने गाली गलौज की, इस पर एक अन्य मरीज के तीमारदार ने जूनियर डॉक्टरों से सही से बर्ताव करने के लिए कहा। जूनियर डॉक्टर तीमारदार पर भड़क गए, आरोप है कि धक्का मारकर बाहर निकाल दिया। उसके मरीज का इलाज भी नहीं किया। दिनेश का आरोप है कि जूनियर डॉक्टर धमकी दे रहे हैं कि रेफर करने के लिए कहा तो इलाज सही ठंग से नहीं करेंगे। प्रमुख अधीक्षक डॉ. एसके मजूमदार ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। प्लास्टिक सर्जन नहीं हैं इसलिए मरीज को रेफर कर दिया जाएगा।