CTET Paper Leaked: सीटेट पेपर लीक मामले में अब तक 12 भेजे जेल, मुख्य आरोपित का पता नहीं

CTET Paper Leaked वाट्सएप पर वायरल किया था आरोपितों ने पेपर। मुख्य आरोपित तक नहीं पहुंच सकी है पुलिस। पुलिस को आशंका है कि सीटेट का पेपर गाजीपुर के एक सेंटर से हुआ था। एक युवक का नाम भी पुलिस को पता चला है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 08 Feb 2021 08:35 AM (IST) Updated:Mon, 08 Feb 2021 08:35 AM (IST)
CTET Paper Leaked: सीटेट पेपर लीक मामले में अब तक 12 भेजे जेल, मुख्य आरोपित का  पता नहीं
वाट्सएप पर वायरल किया था आरोपितों ने पेपर।

आगरा, जागरण संवाददाता। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) का पेपर वाट्स एप पर लीक करने के मामले में पुलिस आठ दिन में कोचिंग संचालक समेत 12 आरोपितों को जेल भेज चुकी है। मगर, अभी तक यह पता नहीं चला है कि किस सेंटर से यह पेपर लीक हुआ था और किसने किया था? अब तक जेल भेजे गए आरोपितों में सभी वे हैं, जिनके पास वाट्सएप पर पेपर आया था और उन्होंने वायरल कर दिया।

सीटेट का पेपर 31 जनवरी को आगरा में दो पालियों में हुआ था। सुबह की पाली में 9.30 बजे से होने वाला पेपर वाट्सएप पर सुबह 7.26 बजे ही वायरल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने दो फरवरी को एपेक्स कोचिंग के संचालक विकास शर्मा, शिक्षक प्रभात, छात्र कुलदीप फौजदार, थान सिंह और मोहित यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद प्रतापगढ़ से विकास यादव और भदोही से अमर साहनी को गिरफ्तार किया था। शनिवार को एटा के अलीगंज निवासी अमनराज उर्फ विवेक यादव और सुमित यादव उर्फ डिंपल यादव को पुलिस ने पकड़ लिया।विवेक अलीगंज के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है।उसने अपने दोस्तों के ग्रुप में पेपर वायरल किया था। आरोपितों से पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार को एटा के जसरथपुर में नगला राम सिंह निवासी अरविंद कुमार यादव, मैनपुरी के कुरावली निवासी राजवीर सिंह और कन्नौज में तिरवा क्षेत्र के गांव सिकरौली निवासी वरुण प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से अरविंद कुमार यादव मैनपुरी के नगला पजावा के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है। उसके पास पेपर वाट्सएप पर एक मित्र ने भेजा था। अरविंद ने अपने परिचितों को वाट्सएप पर भेज दिया था। इसके बाद यह वायरल हो गया था। पांचों आरोपित रविवार को जेल भेज दिए गए। इस तरह अब तक 12 आरोपितों को पुलिस जेल भेज चुकी है। मगर, यह पता नहीं चला है कि सेंटर से किसने पेपर वायरल हुआ था। पुलिस को शक है कि गाजीपुर के एक सेंटर से पेपर लीक हुआ था। मगर, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। गाजीपुर का एक युवक भी शक के दायरे में है। उसकी गिरफ्तारी को टीम कई दिन से वहां डेरा जमाए है, लेकिन सफलता नहीं मिली है।

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