आगरा में शमसाबाद रोड के आसपास की कालोनियों में ठीक से नहीं हुए विकास कार्य
सात साल में ईडीसी में जमा हुए हैं नौ करोड़ रुपये एडीए ने नहीं कराया है विकास कार्य। नाला न बनने से हर साल जलभराव से लोगों को होना पड़ता है परेशान। पांच बार शिकायत करने के बाद भी आजतक रोड नहीं बनी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के अफसरों की लापरवाही शमसाबाद रोड के आसपास की कालोनियों के हजारों लोगों पर भारी पड़ रही है। नाला निर्माण न होने से हर साल जलभराव होता है। कालोनियों के बाहर की रोड टूटी पड़ी हैं जबकि अधिकांश हिस्से में अभी तक स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई हैं। सात साल में एडीए में बाह्य विकास शुल्क (ईडीसी) में नौ करोड़ रुपये जमा हुए हैं। एडीए ने कोई भी विकास कार्य नहीं कराया है।
शमसाबाद रोड के आसपास डेढ़ दर्जन कालोनियां विकसित हुई हैं। हर कालोनी बीस से 25 बीघा तक की है। बिल्डरों ने एडीए में ईडीसी जमा कराया। उम्मीद थी कि ईडीसी जमा होने के बाद एडीए द्वारा विकास कार्य कराए जाएंगे। क्षेत्रीय निवासी शोभिक कपूर ने बताया कि शमसाबाद रोड की लिंक रोड जर्जर है। पांच बार शिकायत करने के बाद भी आजतक रोड नहीं बनी है। रोड से हर दिन बड़ी संख्या में लोग गुजरते हैं। जल्द ही रोड का निर्माण न होने पर एडीए कार्यालय में धरना दिया जाएगा। क्षेत्रीय निवासी विश्वास गुप्ता ने बताया कि ईडीसी में जो भी रकम जमा हुई है। अगर एडीए अफसर उसे ठीक तरीके से खर्च कर देते तो खेत्र का विकास और भी तेजी से होता। इससे एडीए को और अधिक राजस्व की प्राप्ति होती। एडीए अफसरों ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया। क्षेत्रीय निवासी गिरधारी लाल बघेल ने बताया कि शिव कालोनी के बाहर की रोड टूटी पड़ी है। पांच शिकायतों के बाद भी रोड का निर्माण नहीं किया गया है।