समापन के बाद बटेश्वर मेले में लौटी रौनक

महिलाओं ने खूब की खरीदारी बाजारों में दिन भर रही भीड़ जिला पंचायत की ओर से हो चुका है मेले का विधिवत समापन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 06:10 AM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 06:10 AM (IST)
समापन के बाद बटेश्वर मेले में लौटी रौनक
समापन के बाद बटेश्वर मेले में लौटी रौनक

जागरण टीम, आगरा। जिला पंचायत आगरा की ओर से भले ही मेला समापन की घोषणा हो गई हो लेकिन मेले में रौनक अब भी बरकरार है। गुरुवार को भी बटेश्वर मेले में खूब भीड़ उमड़ी। लोगों ने मेले का लुत्फ उठाया और खूब खरीदारी भी की। दुकानदार भी फिलहाल जाने के मूड में नहीं है। उनका कहना है कि पूरे मेले में इतनी बिक्री नहीं हुई, जितनी अब हो रही है। इसलिए जाना टाल दिया है।

बीते बुधवार को ही मेला श्री बटेश्वर नाथ का विधिवत समापन हो चुका है। मेला पुलिस रवाना हो चुकी है। दुकानदारों को बिजली भी नहीं दी जा रही। बावजूद इसके वे यहां डटे हुए हैं। गुरुवार दोपहर मेला खचाखच रहा। अधिकांश महिलाएं खरीदारी करने पहुंचीं। कंघी बाजार, बक्सा बाजार, चक्की बाजार, हींग बाजार, कंबल बाजार में दिन भर रौनक रही। बच्चों व महिलाओं ने झूलों और चाट-पकौड़ी का खूब आनंद लिया। वैराग्य से होती है ईश्वर की प्राप्ति

जागरण टीम, आगरा। बाह के गौंसिली गांव में कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ गुरुवार से हुआ। आचार्य सुधीर महाराज ने कहा कि भगवान ने पृथ्वी पर जन्म लेकर लोक कल्याण के लिए काम किए। श्रीमद्भागवत कथा सत्य, धर्म, न्याय व नीति के मार्ग पर चलना सिखाती है।

बैंड-बाजों के साथ ठाकुर जी मंदिर से शुरू हुई कलश यात्रा गांव में सभी देव स्थानों का भ्रमण कर भागवत कथा पंडाल में समाप्त हुई। आचार्य ने कहा ज्ञान के होने पर वैराग्य की उत्पत्ति होती है और वैराग्य होने पर परमात्मा की प्राप्ति। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने मात्र से प्राणी भव सागर से पार हो जाता है। कलश यात्रा में परीक्षित श्रीमती व जगदीश प्रसाद शुक्ला, छोटेलाल शुक्ला, सुनील, सिद्धांत वीर, विमल आदि मौजूद रहे।

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