संस्कृत विषय के नहीं मिल रहे परीक्षक

यूपी बोर्ड के मूल्यांकन में शिक्षकों का भारी टोटा 86 में से सिर्फ 17 पहुंचे 11 हजार से ज्यादा कॉपियां शेष

By Edited By: Publish:Sun, 24 Mar 2019 10:00 AM (IST) Updated:Sun, 24 Mar 2019 10:00 AM (IST)
संस्कृत विषय के नहीं मिल रहे परीक्षक
संस्कृत विषय के नहीं मिल रहे परीक्षक
आगरा, जागरण संवाददाता। यूपी बोर्ड उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में संस्कृत के परीक्षक नहीं मिल रहे। आलम यह है कि 25 मार्च अंतिम तिथि होने के बाद भी अब तक आधा ही काम हो पाया है, जबकि सिर्फ 17 शिक्षक ही कॉपी चेक करने पहुंच रहे हैं। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने दो मूल्यांकन केंद्रों पर हाईस्कूल और इंटर संस्कृत की करीब 26477 कॉपियां भेजी थीं। 86 परीक्षकों की ड्यूटी भी लगाई, लेकिन स्थिति यह है कि मूल्यांकन कार्य पूरा होने की तिथि में महज दो दिन शेष हैं और अब तक सिर्फ 17 शिक्षक ही मूल्यांकन को पहुंचे हैं, जिन्होंने करीब 15 हजार कॉपियां चेक की हैं। 11 हजार से ज्यादा कॉपियां अभी भी शेष हैं। इस समस्या से कैसे निपटें शिक्षा विभाग के पास फिलहाल इस समस्या का विकल्प नहीं है। बुलाए जाएंगे अतिरिक्त परीक्षक डीआइओएस रवींद्र सिंह ने बताया कि विभाग न आने वाले शिक्षकों के संपर्क में है। साथ ही इंटर संस्कृत का मूल्यांकन पूरा होने का इंतजार भी है, ताकि वहां से शिक्षकों को बुलाकर हाईस्कूल का काम पूरा कराया जा सके। परीक्षकों पर छायी होली की खुमारी होली का त्योहार भले ही बीत गया हो, लेकिन मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों पर इसकी खुमारी अब भी छाई है। शनिवार को भी यही स्थिति रही। मूल्यांकन केंद्रों पर महज 30 से 40 फीसद परीक्षक ही काम करने पहुंचे, जिस कारण मूल्यांकन प्रभावित हुआ। राजकीय इंटर कॉलेज में 44 में से 17 डीएचई और 397 में से महज 155 परीक्षक पहुंचें। आरबीएस इंटर कॉलेज में 98 में से 47 डीएचई और 947 में से 345 परीक्षक, फतेहचंद इंटर कॉलेज में 34 में से नौ डीएचई और 348 में से 67 परीक्षक जबकि सेंट जोंस ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में 86 में से 44 डीएचई और 841 में से 326 परीक्षक मूल्यांकन करने पहुंचे। फतेहचंद में 97 फीसद काम पूरा फतेहचंद इंटर कॉलेज में अब तक 97.69 फीसद काम पूरा हो चुका है। जबकि जीआइसी में 85.23 फीसद और सेंट जोंस ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में 83.56 फीसद काम पूरा हो चुका है। जबकि आरबीएस में यह 72.79 फीसद ही पूरा हो पाया है।
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