ताजनगरी की नींद उड़ा रहे मोबाइल हैकर्स

आगरा: हैकर्स ने अब ताजनगरी के लोगों की नींद उड़ा रखी है। मोबाइल की घंटी बजती है तो लोग परेशान हो जाते हैं। इंटरनेशनल नंबर से कॉल आती है और रिसीव करने से पहले कट जाती है। साइबर एक्सपर्ट इसे हैकर्स की हरकत बता रहे हैं। कॉल रिसीव करने से डाटा चोरी तक हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Apr 2018 11:16 AM (IST) Updated:Sun, 22 Apr 2018 11:16 AM (IST)
ताजनगरी की नींद उड़ा रहे मोबाइल हैकर्स
ताजनगरी की नींद उड़ा रहे मोबाइल हैकर्स

आगरा: हैकर्स ने अब ताजनगरी के लोगों की नींद उड़ा रखी है। मोबाइल की घंटी बजती है तो तमाम आशंकाएं मन में आने लगती है। कम्प्यूटर और बैंक एकाउंट हैंकिंग के बाद अब मोबाइल पर हैकर्स का खेल शुरू हो गया है। आगरा के लोग अब मोबाइल साइबर शातिरों के निशाने पर हैं। मोबाइल पर कॉल आती है लेकिन जब तक रिसीव की जाए तब तक कट जाती है। ट्रूकॉलर एप कुछ नंबरों को मालदीव, ब्रुंडी, जिम्बावे और अजरबेजान का दिखा रहा है। इन्हें रिसीव करना किसी बड़े खतरे से कम नहीं है। साइबर शातिर पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट कॉलिंग कर आगरा के लोगों को निशाना बना रहे हैं। विगत पांच दिनों से लोगों के पास कॉल आ रही हैं। इनमें इंटरनेशनल कोड 960, 235, 257, 420 और 994 अंकित नंबरों की संख्या अधिक है। सर्वाधिक कॉल 960 से शुरू होने वाले नंबरों की हैं। लोग इसको लेकर परेशान हैं। आइटी एक्सप‌र्ट्स के पास पहुंच रहे हैं। वहां भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। आइटी एक्सपर्ट रक्षित टंडन के अनुसार देश में अधिकतर कंपनियों का डाटा हैक हुआ है। जिनमें कम्युनिकेशन कंपनियों का डाटा भी है। साइबर शातिर इन नंबरों पर इंटरनेट कॉल (वायस इंटरनेट प्रोटोकॉल) कर रहे हैं। इसके माध्यम से वे ठगी का शिकार बना लेते हैं। उन्होंने बताया कि मोबाइल में एप डाउनलोड करने पर हम अपना मोबाइल नंबर या ई-मेल आइडी भरते हैं। उससे हमारा डाटा लीक होने की संभावना रहती है। जैसे ही एप हैक होगा। डाटा भी शातिरों के हाथ लग जाएगा। इंटरनेट की कॉलिंग से परेशान

रक्षित टंडन बताते हैं कि साइबर शातिर नंबर हैक कर, उन पर इंटरनेट से कर रहे हैं। साइबर शातिर कुछ दिन इस तरह परेशान करते हैं। उसके बाद पूरी कॉल कर आपसे बात कर अपने चंगुल में फंसा लेते हैं। किसी कंपनी या बैंक से बताकर उसे अपना शिकार बना लेते हैं। कॉल रिसीव न करें

विदेशी नंबरों से कॉल आने पर रिसीव न करें। रिसीव करने पर आप का डाटा शातिरों के हाथ लग जाता है। उसके बाद वह आपके डाटा का प्रयोग करते रहते हैं। इसका पता भी नहीं चलता है। ये है हेकरों का खेल

किसी कंपनी का नौकरी करने वाला व्यक्ति दूसरी कंपनी में जाता है। तो वह अपने कार्य क्षेत्र से संबंधित डाटा ले जाता है। वहां पर उसका प्रयोग करता है। शातिर इंटरनेट मार्केटिंग की तरह हथकंडे अपना रहे हैं।

आइडिया ने जारी किया था अलर्ट

पिछले दिनों आइडिया ने अपने उपभोक्ताओं को एसएमएस भेजकर इस प्रकार की अंजान इंटरनेशनल कॉल के प्रति सचेत किया था। कंपनी ने इस प्रकार के फोन आने पर जानकारी टोलफ्री नंबर 1800110420/1963 पर देने को भी कहा था।

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