शाबाश पुलिस: एक शब्‍द से दस साल बाद मिला दिए भाई-बहन, मन गया रक्षाबंधन Agra News

शमसाबाद में बच्चा चोरी के शक में भीड़ के चंगुल में फंसी विक्षिप्त महिला। एसओ ने उसकी जुबां से निकले एक शब्द को इंटरनेट पर खंगाला गुजरात में मिल गया भाई।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 08 Aug 2019 04:56 PM (IST) Updated:Thu, 08 Aug 2019 04:56 PM (IST)
शाबाश पुलिस: एक शब्‍द से दस साल बाद मिला दिए भाई-बहन, मन गया रक्षाबंधन Agra News
शाबाश पुलिस: एक शब्‍द से दस साल बाद मिला दिए भाई-बहन, मन गया रक्षाबंधन Agra News

आगरा, यशपाल चौहान। अजीब संयोग था। शमसाबाद में विक्षिप्त महिला को बच्चा चोर समझ भीड़ पीट रही थी, पुलिस ने उसे चंगुल से छुड़ा लिया। हमदर्दी जता पूछताछ की तो उसकी जुबां से निकले 'भड़ौच' शब्द ने पुलिस को उसके बारे में जानने की उत्सुक कर दिया। एसओ ने पूरे दिन इंटरनेट खंगाल न केवल महिला का पता-ठिकाना तलाश लिया बल्कि वीडियो कॉल कर उसके भाई से मिलन भी करा दिया। इस साल बाद मिले भाई-बहन के लिए रक्षाबंधन का त्योहार मन गया।

 बुधवार को वह शमसाबाद में भटक रही थी। तभी भीड़ का शिकार बन गई। चौराहे पर लोगों ने उसे पीट दिया। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया। थाने पहुंचने पर एसओ अरविंद सिंह ने मानवीयता दिखाई। महिला कांस्टेबलों से कहकर नए कपड़े पहनवाए। नाश्ता कराने के बाद बातचीत की। महिला भड़ौच..भड़ौच बोल रही थी। एसओ ने गूगल पर 'भड़ौच' को सर्च करना शुरू किया तो भड़ौच क्षेत्र गुजरात में होने की जानकारी मिली। एसओ ने वहां के एसपी कार्यालय का नंबर इंटरनेट से लिया। इधर महिला से पूछताछ में महिला ने अपने भाई का नाम कांती भाई तड़वी बताया। इसका जिक्र करने पर गुजरात के पुलिसकर्मी ने एसओ को बताया कि तड़वी सरनेम के लोग नर्मदा जिले में हैं। एसओ शमसाबाद ने इंटरनेट से वहां के कई थानों के नंबर लेकर बात की तो गरुणेश्वर थाना प्रभारी जगदीश पटेल ने जानकारी दी कि उनके क्षेत्र में इस सरनेम के लोग रहते हैं। एसओ शमसाबाद अरविंद सिंह ने उन्हें वाट्सएप पर महिला का फोटो एसएचओ गरुणेश्वर को भेज दी। उन्होंने अपने क्षेत्र के कई ग्रुपों पर वह फोटो शेयर कर दी। संयोग से वह फोटो महिला के भाई कांता भाई तड़वी के पास तक पहुंच गई। वे थाने पहुंचे और उन्होंने बताया कि वह उनकी बहन है। दस वर्ष पहले पति के दूसरी शादी करने के कारण वह मानसिक रोगी हो गई थी। उनके एक बेटा और एक बेटी है। मानसिक रोगी होने के बाद वह घर से कहीं चली गईं। काफी तलाश के बाद भी उनके बारे में पता नहीं चला था। एसएचओ गरुणेश्वर ने एसओ शमसाबाद के नंबर पर वीडियो कॉल कराई। महिला अपने भाई को मोबाइल पर देखकर खुश हो गई। उधर, भाई  ने भी उन्हें पहचान लिया। एसओ शमसाबाद की इस तत्परता से दस वर्ष से अपनों से बिछुड़ी महिला का परिजनों से संपर्क हो गया। अब वे उसे लेने आगरा के लिए रवाना हो गए हैं।

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