आइएएफ अधिकारियों से भेंटकर आशंकाओं को सुलझाएगी जियाओमी
पिछले दिनों भारतीय वायु सेना (आइएएफ) द्वारा अपने कर्मचारियों को चीनी स्मार्टफोन जियाओमी के स्मार्टफोन इस्तेमाल ना करने की सलाह पर अब जियाओमी सतर्क हो गया है। कंपनी का कहना है कि वे भारतीय वायु सेना से इस मुद्दे पर बात करेंगे और मामले को सुलझाएंगे।
नई दिल्ली। पिछले दिनों भारतीय वायु सेना (आइएएफ) द्वारा अपने कर्मचारियों को चीनी स्मार्टफोन जियाओमी के स्मार्टफोन इस्तेमाल ना करने की सलाह पर अब जियाओमी सतर्क हो गया है। कंपनी का कहना है कि वे भारतीय वायु सेना से इस मुद्दे पर बात करेंगे और मामले को सुलझाएंगे।
आइएएफ का कहना है कि चीन जियाओमी स्मार्टफोन फोन यूजर द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे सभी डेटा को अपने सर्वर पर डाल रहा है। यदि इस फोन को आइएएफ के कर्मचारी इस्तेमाल करेंगे तो भारत की खुफिया जानकारी चीन तक आसानी से पहुंच जाने का खतरा है।
मामले की गंभीरता को समझते हुए आइएएफ ने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया कि वे गलती से भी जियाओमी के हैंडसेट को किसी भी रूप में इस्तेमाल ना करें।
दूसरी ओर इस बात पर जियाओमी का कहना है कि भारतीय वायु सेना का यह डर जायज है लेकिन कंपनी अपने सर्वर पर किसी भी तरह का गुप्त या गैरकानूनी डेटा लोड नहीं कर रही है।
जियाओमी के उपाध्यक्ष हुगो बारा का कहना है कि वे इस मसले को जल्द से जल्द रफा दफा करेंगे व ग्राहकों को यह आश्वासन देंगे कि कंपनी उनकी सुरक्षा से किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं कर रही है। हुगो ने कहा, 'हम जल्द ही आइएएफ से मुलाकात करेंगे'।
इसके साथ ही हुगो ने कहा, 'हम ग्राहक की इजाजत के बिना उनका किसी भी तरह का निजी व सार्वजनिक डेटा अपने पास स्टोर भी नहीं करते हैं। दूसरी मैसेजिंग एप्स की तरह हमारे पास भी मैसेजिंग डेटा को स्टोर करने व क्लाउड स्टोरेज की सुविधा भी है लेकिन यह सारा काम उच्च मानकों पर आधारित है और हम सबकी सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखते हैं।'
चीनी एपल कही जाने वाली यह कंपनी इस वर्ष जुलाई में भारत में अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन एमआई3 के साथ आई थी। इसके बाद कंपनी ने बेहद सस्ता फोन रेडमी 1एस भी लांच किया था। इन दोनों स्मार्टफोन ने भारत में रिकॉर्डतोड़ सफलता हासिल की।