Youtube की वजह से Google पर लगा Rs 1420 करोड़ का जुर्माना

Youtube पर चिल्ड्रन प्राइवेसी लॉ के उल्लंघन का आरोप लगा है। Google ने इस भारी-भरकम राशि को सेटलमेंट के तौर पर भरा है

By Harshit HarshEdited By: Publish:Mon, 02 Sep 2019 07:01 AM (IST) Updated:Mon, 02 Sep 2019 07:05 AM (IST)
Youtube की वजह से Google पर लगा Rs 1420 करोड़ का जुर्माना
Youtube की वजह से Google पर लगा Rs 1420 करोड़ का जुर्माना

नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google की स्वामित्व वाली वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म Youtube की वजह से कंपनी को Rs 1,420 करोड़ का जुर्माना लगा है। Youtube पर चिल्ड्रन प्राइवेसी लॉ के उल्लंघन का आरोप लगा है। Google इस भारी-भरकम राशि को सेटलमेंट के तौर पर भरेगा। बीते शनिवार को अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, विज्ञापन के लिए डाटा एकत्रित करने के दौरान Youtube ने इस चिल्ड्रन प्राइवेसी लॉ का उल्लंघन किया है।

अमेरिकी लीडिंग समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने Youtube की पैरेंट कंपनी Google को इस सेटलमेंट के लिए सहमति दे दी है। अगर, अमेरिकी लॉ डिपार्टमेंट ने इस बात की स्वीकृति दे दी तो ये अब तक का सबसे बड़ा सेटलमेंट केस हो सकता है।

FTC ने फैसला सुरक्षित रखा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ प्राइवेट ग्रुप्स ने Youtube पर चिल्ड्रन पॉलिसी के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उनका ये कहना था कि Youtube ने 13 साल से कम उम्र के बच्चों का डाटा बिना उनके माता-पिता के अनुमति के इक्ट्ठा किया था। अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) Youtube पर लगे इन आरोपों पर अपना फैसला सितंबर में ही सुना सकती है। फिलहाल फेडरल ट्रेड कमीशन ने इस मामले को सुरक्षित रखा है।

काफी समय से रेगुलेटर्स लगा रहे थे आरोप

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी रेगुलेटर्स Youtube पर ये आरोप काफी लंबे समय से लगा रहे थे। रेगुलेटर्स का कहना था कि Youtube अब तक बच्चों को हानिकारक कंटेंट से बचाने और उनके डाटा को सुरक्षित रखने में असफल रहा है। इसके अलावा कुछ जॉब सर्च साइट्स ने भी Google के खिलाफ यूरोपीय कमीशन में शिकायती पत्र दायर किया है।

Google Widget की जांच की मांग

जॉब सर्च साइट्स ने अपनी शिकायत में कहा कि नौकरी पाने के इच्छुक यूजर्स के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले Google Widget की भी जांच होनी चाहिए। Google Widget एक सेल्फ कोड वाला ऐसा प्रोग्राम है जो आम तौर पर बड़े ऐप्स का शॉर्ट कट होता है। हालांकि, इस मामले में जुर्माने की राशि एवं किसी भी तरह के दंड का खुलासा नहीं हुआ है।

chat bot
आपका साथी