Google की इस बड़ी सर्विस से लीक हुई कस्टमर्स की जानकारियां, हैकर्स ने चुराया डाटा

टेक कंपनी गूगल की टेलीकॉम्युनिकेशन सर्विस Google Fi का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स के डाटा चोरी होने का मामला सामने आ रहा है। डाटा ब्रीच से जुड़े मामले पर गूगल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। (फोटो- जागरण)

By Shivani KotnalaEdited By: Publish:Thu, 02 Feb 2023 10:39 AM (IST) Updated:Thu, 02 Feb 2023 10:39 AM (IST)
Google की इस बड़ी सर्विस से लीक हुई कस्टमर्स की जानकारियां, हैकर्स ने चुराया डाटा
Google Fi Customers Data Breached By Hackers Cyber Attack , Pic courtesy- Jagran Graphics

नई दिल्ली, टेक डेस्क। इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल ने हैकर्स को भी एक्टिव कर दिया है। आए दिन इंटरनेट से जुड़ी अलग- अलग सर्विस ले रहे कस्टमर्स के डाटा चोरी होने के मामले आते हैं। नया मामला अब गूगल की टेलीकॉम्युनिकेशन सर्विस Google Fi से जुड़ा सामने आ रहा है।

गूगल की इस सर्विस का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स का डाटा हैक हुआ है। हालांकि रिपोर्ट्स की मानें तो डाटा ब्रीचिंग के इस मामले पर टेक कंपनी गूगल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कंपनी ने माना है कि इस सर्विस से जुड़े कस्टमर्स का डाटा हैकर्स द्वारा चुराया गया है।

गूगल ने बताया कैसे हुई होगी कस्टमर्स के डेटा की चोरी

दरअसल गूगल ने अपनी टेलीकॉम्युनिकेशन सर्विस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को एक मेल भेजकर इस बारे में जानकारी दी है। कंपनी ने बताया कि सेल नेटवर्क के प्राइमरी नेटवर्क प्रोवाइडर को कस्टमर्स के डेटा से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी थी।

वहीं हो सकता है कि हैकर्स ने समझौता कर कस्टमर का डेटा ( फोन नंबर, सिम कार्ड सीरियल नंबर, अकाउंट स्टेटस, मोबाइ सर्विस प्लान) का एक्सेस पा लिया हो।

हालांकि यूजर के नाम, ईमेल आईडी, क्रेडिट कार्ड, सरकारी आईडी, पासवर्ड या पिन से जुड़ी खास जानकारियां सिस्टम में स्टोर नहीं थीं।

गूगल के द्वारा यूजर्स को आश्वस्त किया गया है कि यूजर्स को इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं होगी, ना ही किसी कार्रवाही की जरूरत होगी क्योंकि कंपनी के सिस्टम में किसी तरह की कोई अनाधिकृत पहुंच नहीं थी।

क्या है गूगल की टेलीकॉम्युनिकेशन सर्विस Google Fi

दरअसल गूगल की इस सर्विस में यूजर्स को टेलीफोन कॉल्स, एसएमएस और मोबाइल ब्रॉडबैंड की सुविधा मिलती है। हालांकि गूगल की इस टेलीकॉम्युनिकेशन सर्विस का इस्तेमाल केवल यूएस रेजिडेंट्स द्वारा किया जाता है। भारत में गूगल की इस सर्विस का इस्तेमाल नहीं होता है।

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