#Smog: एयर प्यूरीफायर लेने का सोच रहे हैं तो इन चीजों का रखें ख्याल

भारत में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को ध्यान में रखते हुए खुद को सुरक्षित और स्वास्थ्य रखना जरुरी हैं। इसके लिए अगर आप एयर प्यूरीफायर लेने का सोच रहे हैं तो पहले पढ़ लें यह बाइंग गाइड

By Sakshi PandyaEdited By: Publish:Thu, 09 Nov 2017 05:38 PM (IST) Updated:Sun, 12 Nov 2017 02:20 PM (IST)
#Smog: एयर प्यूरीफायर लेने का सोच रहे हैं तो इन चीजों का रखें ख्याल
#Smog: एयर प्यूरीफायर लेने का सोच रहे हैं तो इन चीजों का रखें ख्याल

नई दिल्ली(साक्षी पंड्या)। पिछले कुछ दिनों से पूरा उत्तर भारत Smog से बेहाल है। भारत में प्रदूषण अब अलार्मिंग स्तर पर आ चुका है। खासतौर से दिल्ली-एनसीआर की हालत किसी गैस चैम्बर से कम नहीं लगती। हमेशा की तरह यह समस्या सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे समय में अधिकतर लोग एयर प्यूरीफायर लेने की योजना बना रहे हैं।

क्या है एक्सपर्ट का कहना?
टेक गुरु अभिषेक तैलंग ने इस विषय में बताया की ''एयर प्यूरीफायर के ट्रेंड की शुरुआत चीन से हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत से ज्यादा प्रदूषण की समस्या चीन में है। वहां एयर प्यूरीफायर के बाजार की धमक भी खूब है। अब यही ट्रेंड धीरे-धीरे भारत में प्रवेश कर रहा है। एयर प्यूरीफायर को उसकी रेंज के अनुसार लेना जरुरी है। इसी के साथ प्यूरीफायर की जगह अगर ऐसा एसी ले लिया जाए तो हवा को साफ करे तो ज्यादा बेहतर होगा। जिन प्रदेशों में ज्यादा ठंड नहीं पड़ती वहां एक गैजेट से दो काम पूरे हो जाएंगे और इस तरह प्रोडक्ट उपभोक्ताओं के लिए वैल्यू फॉर मनी भी साबित होगा।''

अगर आप भी अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को बचाने के लिए बाजार में एयर प्यूरीफायर लेने जा रहे हैं तो इन बातों का ख्याल जरूर रखें:

 

ज्यादा रेंज ज्यादा फायदा: सबसे पहले कमरे के साइज पर ध्यान दें। हर एयर प्यूरीफायर की रेंज होती है। कमरे के साइज के अनुसार उसकी रेंज को मिला कर प्यूरीफायर लेना ही समझदारी का कदम होगा। बाजार में कॉम्पैक्ट से हैवी रेंज में प्यूरीफायर मौजूद हैं। कैसा है फिल्टर: इस बात का भी ख्याल रखें की एयर प्यूरीफायर में किस तरह के फिल्टर का इस्तेमाल किया गया है। प्यूरीफायर में इस्तेमाल किए गए फिल्टर में पोलन, डस्ट, स्मोक और हानिकारक पॉल्यूटेंट्स को फिल्टर करने की क्षमता होनी चाहिए। एयर चेंज रेट: एयर चेंज रेट से इस बात का पता लगता है कि प्यूरीफायर ने एक घंटे में कमरे की हवा को कितनी बार साफ किया है। इसका मतलब यह कि अगर कोई प्यूरीफायर 5ACH (एयर चेंजिंग रेट) का दावा करता है तो मतलब वो हर 12 मिनट में हवा साफ करेगा। अगर आपके परिवार में किसी को अस्थमा है तो आपको 5 से 6 CADR (क्लीन एयर डिलीवरी रेट) रेटिंग का प्यूरीफायर लेना चाहिए। इसका मतलब की एयर प्यूरीफायर कितनी जल्दी हवा साफ करता है। एक्टिवेटिड कार्बन लेयर: ऐसा एयर प्यूरीफायर खरीदें जो एक्टिवेटिड कार्बन लेयर के साथ आए। यह लेयर हवा में मौजूद सभी हानिकारक गैस और केमिकल्स को फिल्टर कर देती है। जितना बड़ा कार्बन फिल्टर होगा वो उतनी ज्यादा केमिकल गैस फिल्टर कर पाएगा। इसी के साथ UV फिल्ट्रेशन जैसी टेक्नोलॉजी वाले प्यूरीफायर लेने से बचें। इससे सांस से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। पोर्टेबिलिटी, नॉयस और वजन: प्यूरीफायर लेते समय पोर्टेबिलिटी और उसके वजन को ध्यान में रखना बेहद जरुरी है। छोटे एयर प्यूरीफायर में बड़े कमरे की हवा को साफ करने की क्षमता हो सकती है। वहीं, बड़ा प्यूरीफायर महंगा भी होगा और कमरे में ज्यादा जगह भी लेगा। इसी के साथ यह भी जांच लें की किस प्यूरीफायर में कम आवाज आती है। सभी प्यूरीफायर में पंखे होते हैं। इस तरह आवाज़ तो सभी करेंगे। बस इस बात का ध्यान रखें की कौन-सा प्यूरीफायर कम आवाज करेगा।

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