Kalki Dham Mandir: बेहद खास है कल्कि धाम मंदिर, विष्णु जी के 10वें अवतार को है समर्पित

यूपी के संभल में कल्कि धाम मंदिर (Kalki Dham Temple) का निर्माण शुरू होने जा रहा है। यह धाम श्री हरि के 10वें अवतार भगवान कल्कि को समर्पित है। इसका निर्माण 5 एकड़ में होगा। साथ ही यह 5 सालों में बनकर तैयार होगा। इससे पहले भी एक कल्कि मंदिर का निर्माण किया गया था जिसमें श्री हरि के सभी अवतारों की झलक देखने को मिलती है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Publish:Thu, 21 Mar 2024 12:45 PM (IST) Updated:Thu, 21 Mar 2024 01:43 PM (IST)
Kalki Dham Mandir: बेहद खास है कल्कि धाम मंदिर, विष्णु जी के 10वें अवतार को है समर्पित
Kalki Dham Temple: कौन हैं भगवान कल्कि?

HighLights

  • यूपी के संभल में कल्कि धाम मंदिर का निर्माण शुरू होने जा रहा है।
  • भगवान कल्कि श्री हरि के 10वें अवतार होंगे।
  • यह 5 सालों में बनकर तैयार होगा।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kalki Dham Temple: अयोध्या धाम के बाद अब यूपी के संभल में कल्कि धाम मंदिर बनने की तैयारी शुरू हो गई है। भगवान कल्कि श्री हरि के 10वें अवतार होंगे, जिनका अवतरण अभी धरती पर नहीं हुआ है। ऐसे में यह देखना काफी खास होगा कि भगवान कल्कि के मंदिर में क्या अनोखा होने वाला है? इस दिव्य मंदिर की चर्चा हर तरफ हो रही है। ऐसे में इसके कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को जानना भी बहुत आवश्यक है, तो आइए उनके बारे में जानते हैं।  

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कल्कि धाम मंदिर का महत्व

कल्कि धाम मंदिर में जगत के पालमहार भगवान श्री हरि के 10 अवतारों के लिए अलग-अलग 10 गर्भगृह बनाए जाएंगे। इस पवित्र धाम में 68 धार्मिक तीर्थों की स्थापना होगी। 5 एकड़ में बनने जा रहा यह अद्भुत धाम लगभग 5 सालों में तैयार होगा। बता दें कि इससे पहले भी एक कल्कि मंदिर का निर्माण किया गया था, जिसमें भगवान विष्णु के दस अवतारों की झलक देखने को मिलती है।

कौन हैं भगवान कल्कि?

पौराणिक कथाओं और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, प्रभु कृष्ण के पृथ्वी से जाने के बाद कलियुग का आरंभ हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि कलियुग 432,000 सालों का है। वर्तमान में कलयुग के 5,126 साल बीत चुके हैं। श्रीमद्भागवत के 12वें स्कंध के 24वें श्लोक के अनुसार, भगवान कल्कि का जन्म पृथ्वी पर तब होगा,

जब देवताओं के गुरु बृहस्पति सूर्य और चंद्रमा के साथ मिलकर पुष्य नक्षत्र का निर्माण करेंगे। बताते चलें कि श्रीहरि के इस दसवें अवतार की अनुमानित जन्म तिथि सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि होगी।

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