जेल में नहीं थम रहा बंदियों के पास फोन व सिम कार्ड पहुुंचने का सिलसिला

केन्द्रीय कारागृह अजमेर में एक कैदी के पास से मोबाइल फोन और सिमकार्ड मिला है आरोपी बंदी के खिलाफ अधिनियम की धारा 42 के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Tue, 24 Dec 2019 01:36 PM (IST) Updated:Tue, 24 Dec 2019 01:36 PM (IST)
जेल में नहीं थम रहा बंदियों के पास फोन व सिम कार्ड पहुुंचने का सिलसिला
जेल में नहीं थम रहा बंदियों के पास फोन व सिम कार्ड पहुुंचने का सिलसिला

अजमेर, जेएनएन। केन्द्रीय कारागृह अजमेर में बंदियों के पास मोबाइल फोन व सिमकार्ड समेत अन्य अवांछित वस्तुएं पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। केन्द्रीय कारागृह में तलाशी के दौरान एक सजायाफ्ता बंदी के पास से एक बार फिर मोबाइल फोन और सिमकार्ड मिला है, जेल प्रशासन ने उस आरोपी बंदी के खिलाफ सिविल लाइन थाने पर कारागृह अधिनियम की धारा 42 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

पुलिस सूत्रों की मानें तो सेंट्रल जेल में जेल प्रहरी के पद पर तैनात गणेशराम पुत्र घीसालाल जाट की शिकायत पर जेल में बंदी अकरम पुत्र सदीक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, शिकायत में बताया है कि कैदी अकरम के पास से तलाशी के दौरान एक मोबाइल फोन और एक सिमकार्ड बरामद हुआ है। 

सात साल की सजा

जेल सूत्रों ने बताया कि जेल में बंद अकरम को दो आपराधिक मामलों में सात सात साल की सजा सुनाई गई थी, जिसके तहत वह जेल में सजा भुगत रहा है। गौरतलब है कि जेल में बंद बंदियों तक मोबाइल फोन, सिमकार्ड, मोबाइल फोन चार्जर सहित अन्य अवांछित सामग्री पहुंचाई जाती है तथा उक्त अवांछित वस्तुएं बंदियों के पास कैसे और किस के द्वारा पहुंचाई जाती है।

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मझ नहीं आ रही है कि जेल में हाई पावर के जैमर लगा दिए जाने के बाद भी बंदी जेल के अन्दर मोबाइल फोन से बाहर अपने  साथियों से बातचीत करके अपराध संचालित करते हैं, वहीं जेल के बाहर आसपास सरकारी कार्यालयों के फोन जेल में जैमर लगा होने से प्रभावित होते रहते हैं।

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