Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास के पास आत्महत्या का प्रयास

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयपुर स्थित सिविल लाइंस स्थित आवास के पास एक व्यक्ति ने मंगलवार को आत्महत्या का प्रयास किया।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 12:58 PM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 12:58 PM (IST)
Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास के पास आत्महत्या का प्रयास
Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास के पास आत्महत्या का प्रयास

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयपुर स्थित सिविल लाइंस स्थित आवास के पास एक व्यक्ति ने मंगलवार को आत्महत्या का प्रयास किया। खनन माफियाओं से परेशान यह व्यक्ति कई दिनों से अधिकारियों के चक्कर लगा रहा था, लेकिन जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो उसने मंगलवार सुबह सीएम हाउस के पास आत्महत्या का प्रया किया।

जहरीला  पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयाास करने वाले नागौर जिले के रिया बाडी निवासी व्यक्ति चेनाराम को समय रहते बचा लिया गया। उसे जहरीला पदार्थ खाते देख दौड़े पुलिसकर्मियों एवं अन्य लोगों ने सवाई मानसिंह अस्पताल भेजा, जहां इलाज चल रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने इमरजेंसी में भर्ती चेनाराम के बयान लिए। पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने मामले की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को अस्पताल भेजा। पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा। 

जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे की है। राजस्थान के नागौर जिले रिया बाडी का रहने वाला चैनाराम नाम का यह व्यक्ति किसी के साथ आया और मुख्यमंत्री निवास के नजदीक इसने एल्ड्रिन पीने का प्रयास किया। वहां मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों ने उसे देख लिया। इस पर वे उसे तुरंत सवाई मानसिंह अस्पताल ले गए। सूचना पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली। पुलिस पीड़ित के बयान दर्ज कर रही है।

पत्र सामने आया-

इस बीच एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस पत्र में पीडित चैनाराम के हवाले से कहा गया है कि उस पर 18 मई को खनन माफिया ने वाहन चढ़ा कर जानलेवा हमला किया था। इसकी रिपोर्ट थाना पादुकलां में दर्ज की गई थी। बीस मई को उस पर दबाव डाला गया कि मुकदमा वापस ले वरना जान से मार दिया जाएगा। जब वह इसकी रिपोर्ट कराने थाने में गया तो रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया गया। उसने इसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों को भी भेजी। इसमें कहा गया कि उसे खनन माफिया द्वारा इतना परेशान किया जा रहा है कि वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहा हूं। अगर मेरा कुछ हो जाए तो मेरी मौत के जिम्मेदार ये ही लोग होंगे। पत्र में आखिर में यह भी लिखा है कि मैं मुख्यमंत्री निवास पर आत्महत्या करने जा रहा हूं। पत्र में चैनाराम ने खुद को आॅल राजस्थान दुकानदार महासंघ का तहसील अध्यक्ष बताया है। पत्र पर मंगलवार की ही तारीख है।

इस बीच राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि मुख्यमंत्री निवास पर चैनाराम द्वारा आत्महत्या के प्रयास से लगता है कि सरकार का इकबाल खत्म हो गया है। मुख्यमंत्री निवास जनता की सुनवाई के लिए जाना जाता है, लेकिन इस राज में न्याय की आस टूटने पर आत्महत्या की कोशिश के लिए बदनाम होने लगा है।

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