राजस्थान विधानसभा में हंगामा

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को जोरदार हंगामा हुआ। प्रतिपक्ष के नेता कभी भी किसी भी विषय पर अपनी बात सदन में रख सकते है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 26 Apr 2017 04:04 AM (IST) Updated:Wed, 26 Apr 2017 04:04 AM (IST)
राजस्थान विधानसभा में हंगामा
राजस्थान विधानसभा में हंगामा

जयपुर, जागरण संवाद केन्द्र। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को जोरदार हंगामा हुआ। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक-एक घंटे के लिए तीन बार स्थगित करनी पड़। मंगलवार को शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक गोविन्द डोटासरा ने पर्ची के माध्यम से सवाल उठाया कि राजस्थान सरकार की उदयपुर स्थित आनंद होटल और जयपुर की खासाकोठी होटल को बेचने का क्या सरकार विचार कर रही है। इसके लिए सरकार ने कोई टेंडर मांगे है क्या।

 जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सरकार अभी दोनों होटलों को बेचने का विचार नहीं कर रही। इसी बीच प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी इसी बारे में सवाल पूछने के लिए खड़े हुए तो सत्तापक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री एवं सरकारी उप मुख्य सचेतक ने सवाल उठाया कि पर्ची के माध्यम से उठे मामले पर बहस नहीं हो सकती। वहीं कांग्रेस विधायकों का कहना था कि प्रतिपक्ष के नेता कभी भी किसी भी विषय पर अपनी बात सदन में रख सकते है।

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 आसन पर बैठे सभापति ने प्रतिपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं दी तो कांग्रेसी सदस्य शौरशराबा करते हुए वैल में आ गए, उत्तेजित कांग्रेसी विधायक विधानसभा सचिव की कुर्सी तक पहुंच गए। कांग्रेसी सदस्यों ने कागज फाडकर वैल में फेंक दिए। हंगामा तेज होता देखकर उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह आसन पर पहुंचे और सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थिगित कर दी। एक बार फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो दोनों पक्षों के बीच गतिरोध कायम रहा, इस पर उपाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही एक बार फिर एक घंटे के लिए स्थिगित कर दी। तीसरी बार सदन की कार्यवाही शुरू हुई और उपाध्यक्ष ने विधायी कार्य कराना चाहा तो कांग्रेसी सदस्य प्रतिपक्ष के नेता को बोलने देने की मांग करने लगे,वहीं सत्तापक्ष इसके लिए तैयार नहीं था। इस पर उपाध्यक्ष ने तीसरी बार फिर एक घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थिगित कर दी। इस दौरान अध्यक्ष के कक्ष में दोनों पक्षों के बीच चर्चा हुई और फिर सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चल सकी। 

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