Rajasthan: महिलाओं व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की त्वरित जांच

Rajasthan Police. राजस्थान में महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराध पुलिस के लिए परेशानी का बड़ा कारण बने हुए हैं।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Tue, 17 Dec 2019 02:41 PM (IST) Updated:Tue, 17 Dec 2019 06:57 PM (IST)
Rajasthan: महिलाओं व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की त्वरित जांच
Rajasthan: महिलाओं व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की त्वरित जांच

जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में महिलाओं और बच्चों के साथ बढ़ते जघन्य अपराधों पर रोकथाम और इनकी त्वरित जांच राजस्थान पुलिस का अगले वर्ष का मुख्य एजेंडा होगा। राजस्थान पुलिस ने अगले वर्ष के लिए छह प्राथमिकताएं तय की हैं।

राजस्थान में महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराध पुलिस के लिए परेशानी का बड़ा कारण बने हुए हैं। हर रोज कहीं ने कहीं किसी बड़े अपराध की सूचना सामने आती है, हालांकि पुलिस इन मामलों में कार्रवाई भी कर रही है, लेकिन इन अपराधों पर प्रभावी रोक नहीं लग पा रही है। इसी को देखते हुए राजस्थान के पुलिस महानिदेशक डॉ भूपेंद्र सिंह ने दो श्रेणियों में पुलिस की प्राथमिकताएं तय की हैं और पुलिस मुख्यालय ने प्राथमिकताओं के अनुसार काम करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए है।

राजस्थान पुलिस ने नया साल में शुरू होने वाली अपनी प्राथमिकताओं में जघन्य ओर संगठित अपराधों पर नियत्रंण, महिलाओं, बच्चों व कमजोर वर्ग के साथ अपराधों की रोकथाम और सड़क हादसों को रोकने पर विशेष ध्यान दिया है। पुलिस महानिदेशक ने अपराध संबंधी प्राथमिकताओं में तय किया है कि जघन्य एवं संगठित अपराधों की रोकथाम एवं त्वरित अनुसंधान व सफल अभियोजन हेतु समन्वित प्रयास किया जाएगा।

महिलाओं बच्चों व कमजोर वर्गों के विरुद्ध अपराधों का त्वरित अनुसन्धान एवं प्रभावी नियंत्रण किया जाएगा और सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या में कमी लाने का प्रयास किया जाएगा। इसी तरह तीन प्रशासनिक प्राथमिकताएं भी तय की गई हैं। इनमें पुलिस थानों में स्वागत कक्ष एवं अन्य जन केंद्रित सुविधाओं का विकास करना, पुलिस परिसरों में पुलिसकर्मियों व उनके परिवार जनों के लिए कल्याणकारी गतिविधियों का विकास करना और पुलिसकर्मियों में तकनीकी कार्य दक्षता की अभिवृद्धि करना शामिल है।

गौरतलब है कि जघन्य अपराधो की जांच के लिए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ समय पहले ही एक विशेष सेल गठित करने का फैसला किया था। इस सेल में पुलिस के साथ विधि विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि जांच बेहतर ढंग से हो सके और कोई कानूनी कमी न रहे।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों राज्य में सभी प्रकार के माफिया एवं संगठित अपराधों के खिलाफ अभियान चलाकर शिकंजा कसने के निर्देश दिए है। पुलिस की सभी विंग माफियाओं के खिलाफ सूचनाएं साझा कर इस अभियान को चलाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने फर्जी एवं भ्रामक विज्ञापनों के जरिए आमजन को अपने जाल में फंसाने वाले विज्ञापनदाताओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।

पुलिस जिलावार सर्वे कराकर ऐसे माफियाओं को चिन्हित करेगी और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अंजाम देगी। जमीन, खनन, शराब, मादक पदार्थों, बजरी, बकाया पैसे की वसूली सहित सभी प्रकार के माफिया पर अंकुश लगाने के लिए पब्लिक इन्फोरमेशन को प्रोत्साहित भी किया जाएगा ताकि आमजन से इस संबंध में पुख्ता सूचनाएं मिले। इसके साथ ही ऐसे माफियाओं से मिलीभगत करने वाले पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। 

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