Coronavirus: रैपिड टेस्ट किट को लेकर अशोक गहलोत ने केंद्र को घेरा, कहा-कोरोना के बाद प्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलेगा

Coronavirus. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि रैपिड टेस्ट का काम बंद कर दिया गया है। अब पीसीआर टेस्ट किए जाएंगे। इनकी क्षमता बढ़ाई जा रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Tue, 21 Apr 2020 08:52 PM (IST) Updated:Tue, 21 Apr 2020 08:52 PM (IST)
Coronavirus: रैपिड टेस्ट किट को लेकर अशोक गहलोत ने केंद्र को घेरा, कहा-कोरोना के बाद प्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलेगा
Coronavirus: रैपिड टेस्ट किट को लेकर अशोक गहलोत ने केंद्र को घेरा, कहा-कोरोना के बाद प्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलेगा

जागरण संवाददाता, जयपुर। Coronavirus. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि रैपिड टेस्ट किट पूरी तरह से फेल हो गए। उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्ट किट के मामले भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की लापरवाही सामने आई है। गुणवत्तायुक्त किट नहीं खरीदे गए। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आईसीएमआर से कहा था कि केंद्र सरकार अन्य देशों से पता कर के किट खरीदे। केंद्र सरकार यदि सभी देशों के किट की स्टडी करती और फिर खरीद के लिए सेंट्रलाइज सिस्टम होता तो यह नौबत नहीं आती। केंद्र सरकार ने मेरी सलाह नहीं मानी। अगर मेरी सलाह मानी होती तो यह हालत नहीं होती। राज्य सरकार ने आईसीएमआर के माध्यम से ही ये किट लिए थे, इनकी गुणवत्त मात्र पांच फीसद रही।

उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्ट का काम बंद कर दिया गया है। अब पीसीआर टेस्ट किए जाएंगे। इनकी क्षमता बढ़ाई जा रही है, हमारा लक्ष्य प्रतिदिन 10 हजार टेस्ट करने का है। अब तक 61 हजार 500 टेस्ट कर चुके हैं। दिल्ली में चार हजार सैंपल प्रावइेट लैब में जांच के लिए भेजे थे, उनमें से 3,800 की रिपोर्ट आई है, इनमें 80 पॉजिटिव आए हैं। केंद्र सरकार को टेस्ट बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। हमारे देश में अन्य देशों के मुकाबले टेस्ट करने की गति कम है। हम सोच रहे थे कि रैपिड टेस्ट के माध्यम से आगे बढ़ें, लेकिन दुर्भाग्य से वह स्थिति अब नहीं है। केंद्र सरकार जल्दबाजी में निर्णय ले रही है।

उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रकोप खत्म होते ही सरकार मिलावटियों के खिलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू करेगी। सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि प्रदेश में रह रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर मैंने रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की थी, उन्होंने मंगलवार को जवाब देने की बात कही थी, लेकिन उनका जवाब अब तक नहीं मिला है। कोटा में रह रहे विभिन्न राज्यों के स्टूडेंट्स की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों से मैंने बात की थी, लेकिन वे अपनी-अपनी परिस्थितियों के कारण स्टूडेंट्स को बुलाने के लिए तैयार नहीं है। यूपी, उत्तराखंड के स्टूडेंट्स अपने घर गए,मध्यप्रदेश की बसें भी आ रही है ।

19 जिलों के 45 इलाकों में कर्फ्यू

लॉकडाउन लगाने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अचानक रात आठ बजे टीवी पर आकर कह दिया कि 12 बजे से लॉकडाउन होगा। उन्होंने राज्य सरकारों से इस बारे में चर्चा नहीं की। जिस तरह लॉकडाउन के दूसरे फेज में राज्यों से चर्चा की वैसे ही पहले भी कर लेते थे, उचित रहता। उन्होंने कहा कि तीन मई के बाद क्या स्थिति रहेगी, इस पर अभी से विचार करना चाहिए। आर्थिक मोर्चे लेकर पीएम को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य में पूरे वित्तीय वर्ष में 18 हजार करोड़ के राजस्व का घाटा हुआ है। उन्होंने एक बार फिर राहत पैकेज की मांग करते हुए कहा कि राज्यों के बकाया लोन छह माह के लिए स्थगित कर दिए जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 19 जिलों के 45 इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करने के आरोप में प्रदेश में सात हजार 738 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक लाख वाहनों का चालन करने के साथ ही 94 हजार जब्त किए गए हैं।

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