राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने की 19 नये जिले बनाने की घोषणा, लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन

पिछले हफ्ते राजस्थान के मुख्यमंत्री ने 19 नये जिले बनाने की घोषणा की थी। ये घोषणा आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वोट बैंक को मजबूत करने की एक बड़ी कोशिश मानी जा रही है। हालांकि सीएम गहलोत के इस घोषणा का कई क्षेत्रों में विरोध हो रहा हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 22 Mar 2023 02:32 PM (IST) Updated:Wed, 22 Mar 2023 02:32 PM (IST)
राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने की 19 नये जिले बनाने की घोषणा, लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने की 19 नये जिले बनाने की घोषणा, लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन

जयपुर, जागरण संवाददाता। पिछले हफ्ते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 नये जिले बनाने की घोषणा की थी। ये घोषणा आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वोट बैंक को मजबूत करने की एक बड़ी कोशिश मानी जा रही है। हालांकि, सीएम गहलोत के इस घोषणा का कई क्षेत्रों में विरोध हो रहा हैं। लोग सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। जिला की सीमा विवाद को लेकर भी विवाद हो रहे है।

दूदू को बनाया जिला

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर का वोट बैंक पक्का करने के लिए 17 मार्च को दूदू को जिला घोषित कर दिया। बता दें कि दूदू देश की पहली ऐसी ग्राम पंचायत है जो सीधे जिला घोषित हुई है। बता दें कि दूदू पंचायत समिति 36 दिन में पहले नगर पालिका और फिर जिला बना दिया गया है। दूदू को जिला बनाने की घोषणा के बाद बाबूलाल नागर का राजनीतिक कद बढ़ा गया है। बता दें कि नागर ने कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव जीता था। अब वह गहलोत के राजनीतिक सलाहकार बन चुके है।

कांग्रेस की बढ़ी नाराजगी

इस बीच कांग्रेस में नाराजगी बढ़ती जा रही है। प्रदेश प्रभारी सुखजिदंर सिंह रंधावा से शिकायत कर कांग्रेस ने कहा कि नागर ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा। सीएम ने पहले उन्हे अपना राजनीतिक सलाहकार बनाया और अब अधिकारियों के तबादले उनकी मर्जी से किए जा रहे है। कांग्रेस का दावा है कि पार्टी को राजनीतिक लाभ मिलने के बजाय नागर को ज्यादा फायदा हुआ है।

सियासी और भौगोलिक समीकरण बदलेंगे

दूदू को जिला घोषित करने के बाद क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से अब भौगोलिक व राजनीतिक समीकरण बदलना तय है। तहसील और कस्बों को भी जिले में शामिल करने की जंतोजहत चल रही है। दूदू अब तक पंचायत समिति है। वहीं बगरू लंबे समय से नगरपालिका क्षेत्र है।

बगरू के लोगों की इच्छा है कि उन्हें जयपुर जिले मे ही रहने दिया जाए। किशनगढ़-रेनवाल,फुलेरा भी जयपुर जिले में रहना चाहते हैं,जबकि सरकार इन्हे नये दूदू जिले में शामिल करने की तैयारी कर रही है। इसी तरह, कुम्हेर के लोग पुराने भरतपुर जिले में रहना चाहते हैं,जबकि सरकार डीग जिले में शामिल करना चाहती है। खैरथल को जिला बनाने से भिवाड़ी के लोगों में नाराजगी है। जिले बनने से वंचित रहे भीनमाल, भिवाड़ी, तिजारा, सुजानगढ और सूरजगढ़ के जिला नहीं बनने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन हो रहा है।

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