जेएनयू में देशद्रोह की कार्रवाई देख खौल उठता है खून : वीके सिंह

जेएनयू में देश विरोधी प्रदर्शन के मामले में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने देश की राजनीति पर ही सवाल खड़े कर दिए। जबकि जरूरत है देश के बारे में 365 दिन सोचने की।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 17 Feb 2016 03:13 AM (IST) Updated:Wed, 17 Feb 2016 03:22 AM (IST)
जेएनयू में देशद्रोह की कार्रवाई देख खौल उठता है खून : वीके सिंह

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। जेएनयू में देश विरोधी प्रदर्शन के मामले में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने देश की राजनीति पर ही सवाल खड़े कर दिए।

उन्होंने कहा कि देश को गाली देने वाला अपराधी है, जिसको सजा मिलनी चाहिए, लेकिन हमारे देश की राजनीति ऐसी हो गई है कि हर चीज में घुसने लग गई है। इसी कारण देश आगे नहीं बढ़ पा रहा है। सोमवार शाम सीकर में सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब देश भक्ति केवल दो दिन 15 अगस्त या 26 जनवरी को ही जाहिर की जाती है। जबकि जरूरत है देश के बारे में 365 दिन सोचने की। उन्होंने कहा कि जेएनयू जैसे संस्थान में जहां टेक्सपेयर के पैसे से उच्च शिक्षा की सुविधा दी जाती है, वहां यदि देशद्रोही कार्रवाई होती है तो मेरा खून खौलता है। जिस देश में रहकर यहां का अन्न खा रहे हैं, शिक्षा हांसिल कर रहे हैं। इसके बावजूद अपने ही देश को गाली देना अपराध है। वे लोग देश के गद्दार है। जेएनयू में हुए कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद डी. राजा की बेटी अपराजिता शामिल थी। ऐसे में उनको इस मामले में बोलने का अधिकार नहीं है।

एक सवाल के जवाब में विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि सियाचीन से सेना वापस बुलाने की बात कहने वाले पाकिस्तान को इस बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। वह भारत का हिस्सा है। हम सेना रखें या नहीं इस बारे में हमें सोचना है ना कि पाकिस्तान को।

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