Rajasthan: हनुमानगढ़ में प्रेमी जोडे़ ने जहरीला पदार्थ खाकर दी जान

suicide in Hanumangarh. प्रेमी जोड़े ने खाया जहर खाकर जान दे दी। घटना राजस्थान के हनुमानगढ़ की है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 16 Mar 2020 05:13 PM (IST) Updated:Mon, 16 Mar 2020 06:31 PM (IST)
Rajasthan: हनुमानगढ़ में प्रेमी जोडे़ ने जहरीला पदार्थ खाकर दी जान
Rajasthan: हनुमानगढ़ में प्रेमी जोडे़ ने जहरीला पदार्थ खाकर दी जान

जयपुर, जेएनएन। suicide in Hanumangarh. राजस्थान के हनुमानगढ़ शहर में सोमवार को एक प्रेमी जोड़े ने जहर खा लिया। दोनों की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रहे हैं।

पुलिस को इस बारे में सूचना मिली थी कि शहर की भट्टा कॉलोनी में एक युवक और युवती ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया। वहां डाॅक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। वहीं, युवती की हालत गंभीर थी। हालांकि थोड़ी देर बाद उपचार के दौरान युवती की भी मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, युवक चूरू जिले का रहने वाला है और युवती हनुमानगढ़ की निवासी है। युवती की तीन-चार माह पहले सगाई कहीं और कर दी गई थी और इसी के चलते यह घटना हुई है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है। युवती का नाम पूजा और युवक का नाम विकास है। 

गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान में अलवर जिले के भिवाड़ी में रविवार को एक महिला ने अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना फूलबाग इलाके में स्थित आशियाना आंगन अपार्टमेंट में हुई। महिला ने अपनी मां, पति और दो बच्चियों को दूसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट में बाहर से कुंड़ी लगाकर बंद कर दिया। इसके बाद 10वीं मंजिल पर पहुंचकर ऊपर से कूद गई। पड़ोसियों ने फ्लैट का दरवाजा खोलकर अंदर बंद परिवार को बाहर निकाला। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि महिला दो बच्चियों की मां थी। बेटा नहीं होने से वह मानसिक अवसाद में थी। उसने यह बात परिजनों के साथ ही आसपास की महिलाओं को भी कई बार बताई थी।

पुलिस ने बताया कि मंजू खैरथल, अलवर की रहने वाली थी। उसकी शादी छह वर्ष पहले किशनगढ़ निवासी पुष्कर गुप्ता से हुई थी। पुष्कर चाटर्ड अकाउंट हैं। वह आशियाना आंगन में दूसरी मंजिल पर फ्लैट में रहते हैं। रविवार सुबह फ्लैट पर मंजू के पति, मां और दोनों बच्चियां मौजूद थीं। अचानक किसी बात पर मंजू उन्हें फ्लैट में बंद कर 10वीं मंजिल पर चली गई। मंजू अपनी मां की इकलौती बेटी थी। इसलिए मां भी अक्सर उनके पास ही रहती थी।

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