जोधपुर : जेल से 16 बंदी भागने का मामला : वारदात के दो दिन बाद तक पुलिस खाली हाथ, नहीं मिला कोई सुराग

पुलिस टीमें लगातार क्षेत्र में कई स्थान पर दबिश दे चुकी हैं लेकिन अभी तक एक भी कैदी पुलिस के हाथ नहीं लगा है । इधर पुलिस की प्रारंभिक जांच में मौके पर मिर्ची पाउडर नहीं मिला फलोदी उपकारागार में तैनात स्टाफ पर संदेह गहराता जा रहा है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 06:28 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 06:28 PM (IST)
जोधपुर : जेल से 16 बंदी भागने का मामला : वारदात के दो दिन बाद तक पुलिस खाली हाथ, नहीं मिला कोई सुराग
पुलिस ने गांव और ढाणियों पर भी दबिश दी लेकिन पुलिस एक भी बंदी को नहीं ढूंढ पाई है।

जासं, जोधपुर। जोधपुर जिले के फलोदी जेल से सोमवार रात को भागे 16 कैदियों का दो दिन बाद भी अभी तक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया है। पुलिस टीमें लगातार क्षेत्र में कई स्थान पर दबिश दे चुकी हैं , लेकिन अभी तक एक भी कैदी पुलिस के हाथ नहीं लगा है । इधर पुलिस की प्रारंभिक जांच में मौके पर मिर्ची पाउडर नहीं मिला हैं , इसको लेकर फलोदी उपकारागार में तैनात अन्य स्टाफ पर संदेह गहराता जा रहा है। जेल डीजी एक दिन पहले ही मामले में 4 जेल कर्मचारियों को निलंबित कर चुके हैं। जेल से भागे 16 में से 9 बंदी एक ही जाति से होने के कारण भी मिलीभगत का संदेह गहराता जा रहा है। ऐसे में कुछ और पर भी विभागीय गाज गिर सकती है।

40 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली

पुलिस के जांच दल को प्रारंभिक जांच में जेल में मिर्चीपाउडर नहीं मिला है। अधिकारियों के अनुसार उनको मिर्ची डालकर व सब्जी फेंककर जेल से कैदियों के भागने की इत्तला दी गयी थी। मौके पर सब्जी जरूर बिखरी मिली , जबकि सूखी मिचो के संबंध में कहीं कुछ नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल ने बताया कि जेल में ड्यूटी पर मौजूद प्रहरियों की और से मिर्ची पाउडर लंगर में बनी सब्जी डालकर बंदियों के भागने की जानकारी दी गई थी। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी जेल पहुंचे तो मौके पर इस प्रकार के सब्जी मिर्ची पाउडर के कोई निशान नहीं मिले है। इधर घटना के 40 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली है।

अभी तक पुलिस एक भी बंदी को नहीं ढूंढ पाई 

इधर पड़ताल में यह भी सामने आया कि भागने वाले 16 कैदियों में से अधिकांश बिश्नोई जाति के लोग हैं। 16 में से अधिकांश बंदी मादक पदार्थों के एनडीपीएस मामलों के आरोपी हैं।साथ ही फलोदी क्षेत्र के आसपास के गांवों के ही मूल निवासी है जो मादक पदार्थो की तस्करी के कामों में संलिप्त है। इसके मद्देनजर पुलिस ने गांव और उनके बीच बनी ढाणियों पर भी दबिश दी है लेकिन अभी तक पुलिस एक भी बंदी को नहीं ढूंढ पाई है। 

वर्दीधारी जनाब भी इनकी पड़ताल में जुटे है

आशंका ये भी व्यक्त की जा रही है, ये सभी बंदी एक साथ ही भागे है अतः सुनियोजित तरीके से भागे इन कैदियों ने पूरी योजना पहले तैयार कर रखी थी । और इन्होंने रेत के धोरों के मध्य बनी ढाणियों में शरण ली होगी। पुलिस के सादा वर्दीधारी जनाब भी इनकी पड़ताल में जुटे है। फलौदी की जेल से सोमवार रात 16 कैदी वहां से भाग निकले थे ।जेल से बाहर निकलते ही उन्हें ले जाने के लिए एक स्कॉर्पियो जेल से बाहर पहले से तैयार खड़ी थी । सभी चंद सेकंड में जेल से निकल इस स्कॉर्पियो में सवार होकर भाग निकले । इसके बाद इनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

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