Coaching: जयपुर में 67 हजार वर्गमीटर में बनेगा कोचिंग हब

Coaching. जयपुर के बाद राज्य के ऐसे जिले जहां कोचिंग सेंटर्स की संख्या काफी बढ़ रही है वहां भी ऐसे कोचिंग हब विकसित किए जाएंगे।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Fri, 25 Oct 2019 03:52 PM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 03:52 PM (IST)
Coaching: जयपुर में 67 हजार वर्गमीटर में बनेगा कोचिंग हब
Coaching: जयपुर में 67 हजार वर्गमीटर में बनेगा कोचिंग हब

जयपुर, जेएनएन। कोचिंग व्यवसाय को गति देने और कोचिंग छात्रों को सुरक्षित व अच्छी सुविधाएं देने के लिए राजस्थान सरकार राजधानी जयपुर में कोचिंग हब विकसित कर रही है। यह कोचिंग हब जयपुर में आवासन मंडल की काॅलोनी प्रताप नगर में 67 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। जयपुर के बाद राज्य के ऐसे जिले जहां कोचिंग सेंटर्स की संख्या काफी बढ़ रही है, वहां भी ऐसे कोचिंग हब विकसित किए जाएंगे।

राजस्थान में कोटा कोचिंग का सबसे बडा केद्र है। इसके साथ ही अब जयपुर, सीकर, गंगापुरसिटी, जोधपुर आदि शहर भी कोचिंग के बड़े केंद्र बन रहे हैं। कोटा में तो कोचिंग सेंटर्स काफी हद तक सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से बने हुए हैं, लेकिन जयपुर सहित राज्य के अन्य जिलों में कोचिंग सेंटर्स में सुरक्षा व भवन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जयपुर में पिछले दिनों सरकार ने जब कोचिंग सेंटर्स की जांच कराई तो 90 प्रतिशत कोचिंग सेंटर्स में सुरक्षा और भवन नियमों का उल्लंघन पाया गया। इसके बाद जयपुर विकास प्राधिकरण ने कोचिंग सेंटर संचालकों के साथ एक बैठक भी की थी।

इसी बैठक में कोचिंग हब विकसित करने का विचार सामने आया था और यह माना गया था कि कोचिंग हब विकसित किए जाएं तो कोचिंग छात्रों ओैर इस तेजी से बढ़ते व्यवसाय के लिए बेहतर स्थितियां हो सकती हैं। अब जयपुर में यह काम आवासन मंडल ने हाथ में लिया है। जयपुर के प्रताप नगर के सेक्टर 16 में 67 हजार वर्गमीटर जमीन पर जयपुर कोचिंग हब बनााया जाएगा। जल्द ही इस कोचिंग हब की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट व डिजाइन तैयार करवाई जाएगी। इसमें लगभग 50 से 60 हजार विद्यार्थियों के लिए कोचिंग सेंटर, कंप्यूटर सेंटर, ई-लाइब्रेरी, प्रशासनिक भवन, व्यावसायिक मॉल, फूड कोर्ट, कॉन्फ्रेंस हॉल, बैंक, होस्टल, गेस्ट हाउस, साइकिल ट्रेक, जॉगिंग ट्रेक, चिकित्सा, बस स्टॉप टैक्सी स्टैंड, इंडोर व आउट डोर खेल और पार्किंग की सुविधा विकसित की जाएगी।

इस हब में सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ अन्य दुर्घटनाओं से बचाव व सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। आवासन आयुक्त पवन अरोडा ने बताया कि शहर में बिखरे हुए विभिन्न छोटे बड़े कोचिंग संस्थान बिना उपयुक्त सुविधाओं व सुरक्षा मानकों की पालना के छोटी गलियों में अनाधिकृत रूप से संचालित है। जिनसे सड़कों पर पार्किंग, यातायात व प्रदूषण का अनावश्यक दबाव रहता है व विधार्थियों को भी अपेक्षित शैक्षणिक वातावरण नहीं मिलता है। इसी को देखते हुए यह कोचिंग हब बनाने का निर्णय किया गया है।

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