Rajasthan: एसओजी टीम पर बदमाशों ने किया हमला, तस्कर को छुड़ाया; बाड़मेर में नाकेबंदी

Rajasthan तस्कर के गिरफ्तारी की जानकारी होने पर चार से पांच वाहनों में हथियारबंद बदमाशों ने एसओजी की गाड़ी का पीछा किया और छीना झपटी धक्का-मुक्की कर वह तस्कर को एसओजी से छुड़ाकर अपने साथ ले जाने में कामयाब हो गए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 09:31 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 09:31 PM (IST)
Rajasthan: एसओजी टीम पर बदमाशों ने किया हमला, तस्कर को छुड़ाया; बाड़मेर में नाकेबंदी
एसओजी टीम पर बदमाशों ने किया हमला, तस्कर को छुड़ाया, बाड़मेर में नाकेबंदी। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में जोधपुर संभाग के बाड़मेर में एसओजी की टीम पर हथियारबंद बदमाशों ने हमला किया है। हमलावर एक तस्कर को छुड़ाकर अपने साथ लेकर गए है। घटना की जानकारी होने के बाद पूरे बाड़मेर में नाकाबंदी की गई है। साथ ही, जोधपुर और जैसलमेर जाने वाले मार्ग पर सघन तलाशी अभियान भी शुरू किया गया है। एसओजी की टीम ने बाड़मेर के शिव क्षेत्र से एक तस्कर को पकड़ा था और उसे अपने साथ लेकर रवाना हुई थी। एसओजी की टीम द्वारा एक तस्कर चंद्र प्रकाश को हिरासत में लिया था और जिसको पूछताछ के लिए वे अपने साथ लेकर रवाना हुए। तस्कर के गिरफ्तारी की जानकारी होने पर चार से पांच वाहनों में हथियारबंद बदमाशों ने एसओजी की गाड़ी का पीछा किया और छीना झपटी ,धक्का-मुक्की कर वह तस्कर को एसओजी से छुड़ाकर अपने साथ ले जाने में कामयाब हो गए।

एसओजी की हिरासत में पकड़ा गया तस्कर चंद्रप्रकाश शिव क्षेत्र के प्रधान का भाई बताया जा रहा है। बाड़मेर के जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने इस घटना की पुष्टि की है। साथ ही, आरोपितों को पकड़ने के लिए समूचे बाड़मेर में हथियारबंद नाकेबंदी करने की बात कही है। एसओजी की टीम ने तस्कर को शिव क्षेत्र से हिरासत में लिया था और उसके बाद उसे थाने लेकर जा रही थी। उस दौरान चार से पांच गाड़ियों में सवार होकर आए बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया। पता चला है कि इन सभी बदमाशों के हाथ में हथियार थे। पुलिस मामले में गंभीरता बरतते हुए कार्रवाई कर रही है। 

गौरतलब है कि राजस्थान में पुलिसकर्मी किस तरह से मानसिक तनाव में जी रहे हैं इसका अंदाजा 9 माह में 8 पुलिसकर्मियों की आत्महत्या के प्रकरणों को देख कर लगाया जा सकता है। लंबी ड्यृटी, अवकाश नहीं मिलने, परिवार से दूरी और राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव के कारण पुलिसकर्मियों में मानसिक तनाव बढ़ रहा है। पुलिस महकमें के उच्च अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों का तनाव कम करने को लेकर साप्ताहिक अवकाश देने व उनकी ड्यूटी का स्थान एक निश्चित समय में बदलने का निर्णय तो किया था, लेकिन अब तक उस पर अमल नहीं हो सका है। पुलिसकर्मियों में मानसिक अवसाद को कम करने के लिए पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 0141-2821500 जारी किए हैं। इस पर कोई भी पुलिसकर्मी अथवा उसका परिजन कॉल कर सकेगा। उन्हे इस नंबर से मानसिक अवसाद व तनाव से मुक्ति पाने के लिए सुझाव मिलेंगे। तनावग्रस्त पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग की जाएगी। इसके लिए विशेषज्ञ लगाए गए हैं।

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