बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के संदेश को आत्मसात करें: पहाड़िया

By Edited By: Publish:Wed, 07 Dec 2011 12:21 AM (IST) Updated:Wed, 07 Dec 2011 12:21 AM (IST)
बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के संदेश को आत्मसात करें: पहाड़िया

जयपुर। हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाड़िया ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर सामाजिक क्राति के अग्रदूत थे, जिन्होंने आजीवन सामाजिक समानता के विरुद्ध लड़ाई लड़ी। वह मानवता के सच्चे सेवक थे।

पहाड़िया मंगलवार को यहा डॉ अम्बेडकर की 56 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश जिन समस्याओं से जूझ रहा है, उसको बाबा साहब ने बहुत पहले ही उनको देख लिया था। उन्होंने कहा कि पढ़ो, एक हो जाओ व संघर्ष करों क्योंकि शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति व समाज आगे नहीं बढ़ सकता।

उन्होंने कहा कि आज महिला सशक्तीकरण के साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकारें पिछड़ों, दलितों आदि को आगे बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित कर रही है। सबको विकास के समान अवसर देने के प्रयास किए जा रहे है। पंचायती राज संस्थाओं में आरक्षण, शिक्षा का अधिकार, रोजगार के अवसर आदि के माध्यम से सबको आगे बढ़ाने में सरकारें कोई कमी नहीं रख रही।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब की पुण्यतिथि पर हम सभी उनके दर्शन व आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयत्न करें।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संदेश-शिक्षित बनों, संगठित रहो, आगे बढ़ो, की भावना को आत्मसात करने का आह्वान किया, जिससे समाज तेज गति से आगे बढ़ सकेगा।

गहलोत ने कहा कि यह संकल्प होना चाहिए कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने जो भावना प्रकट की थी उसके मर्म को हम सभी आत्मसात करें।

उन्होंने कहा कि 'अम्बेडकर कथा' के माध्यम से बाबा साहब के व्यक्तित्व-कृतित्व, समाज व देश के लिए अनेक योगदान की जानकारी जन-जन तक पहुंचेगी। बाबा साहब आजादी के बाद देश के पहले कानून मंत्री बने तथा संविधान निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

गहलोत ने कहा कि संविधान सर्वोपरि है। इसी भावना के अनुसार शासन चलता है। उन्होंने कहा कि संविधान की भावना के अनुरूप ही सभी फैसले लिए जा रहे है। समाज में अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों एवं गरीबों के हितों की रक्षा करने के लिए संसद सक्षम है। संविधान में संशोधनों के माध्यम से सभी के हित में पहले भी फैसले हुए है एवं इसी अनुरूप आगे भी फैसले होते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि संविधान के तहत आमजन को मिले हक की रक्षा करना सरकार का दायित्व है। राज्य सरकार आप सभी के हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाते हुए अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को पूरा करेगी। किस प्रकार समाज आगे बढ़े इस प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

गहलोत ने कहा कि देश और दुनिया में विकास, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्राति के साथ ही विज्ञान, तकनीकी का लाभ हर परिवार को मिले, किसानों के खेतों तक पहुंचे, मजदूर तथा आम इंसान तक पहुंचे यही हमारी सबकी भावना होगी। यह तभी संभव है जब हम शिक्षा पर जोर देंगे। शिक्षा के बिना जीवन में अंधेरा है।

उन्होंने कहा कि जो समाज पिछड़े हुए है उन्हें बाबा साहब का एक ही सूत्र लेकर आगे चलना होगा कि किस प्रकार समाज को शिक्षित करें, जिससे आगे बढ़ने का रास्ते स्वत: ही खुल जाए।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अशोक बैरवा ने कहा कि देश के संविधान में हम सभी को आगे बढ़ने का अवसर दिया है। विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछडे़ वर्ग, बीपीएल, दलितों को आगे बढ़ाने के लिए अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

प्रसिद्ध गाधीवादी एसएन सुब्बाराव ने कहा कि बाबा साहब की कल्पना थी कि सारी दुनिया एक कुनबा बन जाए। उन्होंने आमजन का आह्वान किया कि वो झूठ नहीं बोले, भ्रष्टाचार नहीं करें, शराब व सिगरेट का परित्याग करें तथा मिलकर देश का निर्माण करें।

उन्होंने कहा कि आज देश में महिलाओं का योगदान भी कम नहीं। महिला राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष के लेकर पंच-सरपंच तक सफलतापूर्वक कार्य कर रही है, जिसके लिए उन्हें विशेष बधाई है।

उन्होंने इस अवसर पर 'एक जगह की धरती माता, सब उसकी संतान हैं' गीत के माध्यम से साम्प्रदायिक सौहार्द एवं एकता का संदेश दिया।

इस अवसर पर प्रसिद्ध कथाकार अनिरुद्ध शैवाले ने अपने साथियों के साथ 'अम्बेडकर कथा' की संगीतमय प्रस्तुति दी।

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