बाइक एजेंसी के मालिक ने बना रखा था गिरोह, कागजात में हेराफेरी करके बेचते थे दोपहिया वाहन
सीआइए स्टाफ की टीम ने चार सदस्यीय गिरोह को बेनकाब किया है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : सीआइए स्टाफ की टीम ने चार सदस्यीय ऐसे गिरोह को बेनकाब किया है, जो आटो एजेंसी के नाम पर दस्तावेजों में हेराफेरी करके सस्ते दाम पर वाहन बेचते थे। ये वाहन आटो एजेंसी की तरफ से डिफाल्टर घोषित वे वाहन थे, जो फाइनांस कंपनी की तरफ से ग्राहकों से वापस लाए जाते थे। टीम ने बड़े फर्जीवाड़े का राजफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की निशानदेही पर 12 मोटरसाइकिल और कार बरामद की गई है। पकड़े लोगों को मंगलवार को अदालत में पेश करके तीन दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है जबकि दो अन्य आरोपित फरार हैं।
एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने बताया कि पट्टी शहर में पाल आटो हीरो मोटरसाइकिल एजेंसी के मालिक मंदीप सिंह सोढी ने सरहाली कलां निवासी अवतार सिंह तारी, गांव बूह निवासी गुरप्रीत सिंह गोपी के अलावा लुधियाना के चंडीगढ़ रोड निवासी गुरशरण सिंह दुआ के साथ मिलकर एक गिरोह बना रखा है। वे फाइनांस कंपनी की ओर से सेल किए गए दोपहिया वाहनों को जाली दस्तावेजों के माध्यम से रीसेल करने का काम करते थे। एजेंसी से दोपहिया वाहन खरीदने के बाद जो लोग उनकी किश्तें समय पर अदा नहीं करते थे, उनके वाहन संबंधित फाइनांस कंपनी द्वारा वापस लाए जाते थे। इन वाहनों को रीसेल करने के लिए आरोपितों ने अपमनी फाइनांस कंपनी खोल रखी थी। इसके माध्यम से आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों से छेड़छाड़ करके ग्राहकों को सस्ते दाम पर दोपहिया वाहन बेच देते थे। दो को काबू करके जांच आगे बढ़ाई तो खुली कड़ियां
एसपी (आइ) विशालजीत सिंह, डीएसपी (डी) देवदत्त शर्मा, सीआइए स्टाफ इंचार्ज डा. जगबीर सिंह की अगुआइ में पुलिस टीम द्वारा सारे मामले को बेनकाब करते हुए प्रिगड़ी चौक के पास नाकाबंदी करके गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी निवासी गांव बूह (थाना हरिके), अवतार सिंह तारी निवासी गांव भाग सिंह मार्केट, सरहाली कलां को गिरफ्तार किया गया। दोनों के कब्जे से दो मोटरसाइकिल बरामद किए गए। मामले की जांच जब आगे बढ़ाई तो लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित सुंदर नगर निवासी गुरशरण सिंह दुआ व काजिया चौक में हीरो आटो एजेंसी चलाने वाले मंदीप सिंह सोढी का नाम भी सामने आया। पकड़े आरोपितों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे लंबे समय से जाली आइडी तैयार करके अपमनी फाइनांस कंपनी के माध्यम से केस तैयार करके वाहन रीसेल करते थे। आरोपितों से पूछताछ दौरान दस और मोटरसाइकिल व एक कार बरामद की। आरोपितों को मंगलवार अदालत में पेश करके तीन दिन का रिमांड लिया गया है।