चौथी इंडस्ट्री हब को आतंक कर गया ठप

प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने वर्ष 19

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 12:31 AM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2019 12:31 AM (IST)
चौथी इंडस्ट्री हब को आतंक कर गया ठप
चौथी इंडस्ट्री हब को आतंक कर गया ठप

शेरू महाजन, गोइंदवाल साहिब : प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने वर्ष 1985 में गुरु नगरी को इंडस्ट्री के नक्शे में लाने के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्टों का उद्घाटन किया था। उनका सपना था कि गुरु नगरी को सूबे की चौथी इंडस्ट्री सिटी बनाया जाएगा, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि जो उन्होंने सोचा था उसे आतंकवाद तबाह कर देगा। आतंक की मार ऐसी पड़ी कि 34 वर्ष बीतने के बाद भी उद्योग मिंट्टी में ही दबे पड़े हैं। दूसरी ओर जिन कारोबारियों ने यहां अपना कारोबार स्थापित किया था, वह भी आर्थिक तौर पर बुरी तरह से कमजोर हो गए। यहां प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पेपर मिल लगाने का उद्घाटन किया था। गोइंदवाल साहिब को अमृतसर, लुधियाना और जालंधर की तर्ज पर इंडस्ट्री सिटी बनाने के लिए छह हजार एकड़ जमीन को इंडस्ट्रीज एरिया घोषित किया था। पेपर मिल सहित एचएमटी प्लांट, सीमेंट फैक्ट्री, बीएचईएल का प्रोजेक्ट लगाने के लिए युद्ध स्तर पर जब सरकार ने कमर कसी तो देश भर के उद्योगपतियों को गोइंदवाल साहिब की फोकल प्वाइंट में प्लांट बेचे गए। छोटे प्रोजेक्ट लगाने के लिए उद्योगपतियों ने बैंकों से करोड़ों का कर्ज लिया। बीएचईएल प्रोजेक्ट पर तीस करोड़ की राशि खर्ची जानी थी, किंतु ये प्रोजेक्ट शुरू होते ही बंद हो गया। उद्योगपतियों द्वारा 200 के करीब प्रोजेक्ट लगाकर चालू कर दिए गए, लेकिन आतंकवाद के कारण इंडस्ट्रीज को ताले लगने शुरू हो गए। उधर, सरकार ने भी इंडस्ट्री सिटी से हाथ खींच लिए। इसका परिणाम यह है कि नगरी में अब केवल 32 छोटी इंडस्ट्री ही चल रही है। बाकी के सभी प्रोजेक्ट जहां बंद हुए है, वहीं इमारतें खंडहर का रूप धारण कर रही है।

अकाली सरकार के जेल बनाने से कारोबार चरमराया

स्थानीय वासी केवल सिंह, जगीर सिंह, जतिंदर सिंह, सुच्चा सिंह, कश्मीर सिंह, भगवान सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपने को साकार करने लिए मनमोहन सिंह सरकार द्वारा प्रयास किया था परंतु मोदी सरकार के आते ही गोइंदवाल साहिब की इंडस्ट्रीज के लिए कोई ठोस नीति तैयार नहीं की। करोड़ों के कर्जदार होकर इंडस्ट्रीज हाथ खड़े करके यहां से चले गए। उन्होंने बताया कि फोकल प्वांइट की जमीन पर अकाली सरकार ने जब जेल का निर्माण शुरू करवाया तो साफ हो गया कि यहां की इंडस्ट्री दोबारा नहीं बसने वाली।

मोदी सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया : सिक्की

खडूर साहिब के विधायक रमनजीत सिंह सिक्की कहते हैं कि देश में जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तो उस समय इंडस्ट्री को दोबारा प्रफुल्लित करने के लिए केंद्र की टीम गोइंदवाल साहिब पहुंची थी। इस इंडस्ट्री को मनमोहन सरकार गंभीरता से ले रही थी किंतु केंद्र की मोदी सरकार द्वारा ऐसा कोई भी प्रयास ना करना दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब की कैप्टन सरकार इस नगरी को दोबारा विकसित करने लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। इसके लिए मुख्यमंत्री से मिलकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए कहा जाएगा।

chat bot
आपका साथी