अभी भी जारी पॉलीथिन लिफाफों का लोगों में क्रेज, अब होगा सौ रुपये जुर्माना

संगरूर गांधी जयंती पर भारत को प्लास्टिक व पॉलीथिन से मुक्त करने की मुहिम बेशक आरंभ कर दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Oct 2019 07:28 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 06:24 AM (IST)
अभी भी जारी पॉलीथिन लिफाफों का लोगों में क्रेज, अब होगा सौ रुपये जुर्माना
अभी भी जारी पॉलीथिन लिफाफों का लोगों में क्रेज, अब होगा सौ रुपये जुर्माना

जागरण संवाददाता, संगरूर

गांधी जयंती पर भारत को प्लास्टिक व पॉलीथिन से मुक्त करने की मुहिम बेशक आरंभ कर दी गई है, लेकिन इसके बावजूद अभी भी पॉलीथिन के लिफाफों व प्लास्टिक का इस्तेमाल लगातार जारी है। यहां तक की गांधी जयंती पर भी प्रशासन पॉलीथिन पर नकेल करने में नाकाम रहा है। लोग आज भी बाजार में सामग्री की खरीदारी के लिए पॉलीथिन के लिफाफों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। बाजार में अभी भी पॉलीथिन का स्टाक मौजूद है, जिसे दुकानदार जल्द से जल्द समाप्त करने में जुटे हैं तथा लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि वह कपड़े के थैलों का इस्तेमाल करें व पॉलीथिन के लिफाफों की मांग न करें। शहर की सब्जी मंडी का दौरा करने पर पाया कि रोजाना की भांति ही बुधवार को भी गांधी जयंती पर जहां एक तरफ शांति मार्च निकालकर लोगों को पॉलीथिन के लिफाफें इस्तेमाल न करने का संदेश दिया जा रहा था, वहीं दुकानदारों से लोग पॉलीथिन के लिफाफों की मांग कर रहे थे। अभी भी सामग्री पॉलीथिन के लिफाफों में ही दी जा रही है।

पॉलीथिन लिफाफों के विक्रेता जसविदर सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से पिछले लंबे समय से पॉलीथिन लिफाफे न सप्लाई करने की हिदायत दी गई थी, जिसके चलते उन्होंने पहले ही स्टाक मंगवाना बंद कर दिया था। जो स्टाक बाकी है, वह भी तरल पदार्थ डालने के लिए दुकानदारों को मुहैया करवाए जा रहे हैं। अभी तक पॉलीथिन के लिफाफों का उचित विकल्प नहीं है। लोग अपने साथ कपड़े के थैले लेकर चलें, ताकि पॉलीथिन लिफाफों का इस्तेमाल रोका जा सके। लोगों से कर रहे हैं अपील कि थैला लेकर आएं

सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता सतीश कुमार ने कहा कि सब्जी खरीदने के लिए अभी भी लोग खाली हाथ ही आ रहे हैं और कोई भी थैला लेकर नहीं पहुंच रहा, जिस कारण उनकी मजबूरी है कि सब्जी लिफाफें में डालकर ही दे रहे हैं, लेकिन साथ ही लोगों से अपील भी कर रहे हैं कि वह अपने साथ थैला अवश्य लेकर आएं, क्योंकि कल से चेकिग की जाएगी, जिसके चलते किसी को भी लिफाफें नहीं दिए जाएंगे व न ही वह लिफाफें इस्तेमाल करेंगे। शहर से रोजाना निकलता है 5 टन प्लास्टिक व पॉलीथिन लिफाफें

शहर के 27 वार्डों सहित संगरूर शहर के बाजारों इत्यादि से रोजाना 25 टन से अधिक कचरा एकत्रित हो जाता है, जिसमें से पालीथिन लिफाफों व प्लास्टिक की बोतलें, सामान करीब पांच टन से अधिक हो जाता है, जिसके न गलने की वजह से इस कचरे से नगर कौंसिल के लिए निपटना बेहद मुश्किल हैं। बेशक अब लोगों से कचरा अलग-अलग रखने की अपील की जाती है, लेकिन इसके बावजूद लोग अभी भी पॉलीथिन व प्लास्टिक के लिफाफों का इस्तेमाल करते हैं व कचरे में फेंक दिया जाता है। दुकानदार पर 1000 रुपये, इस्तेमाल करने वाले को सौ रुपये जुर्माना

नगर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर जसवीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बाजारों में पॉलीथिन के लिफाफे बेचने व इस्तेमाल करने पर पूर्ण पाबंदी लगाए जाने की अनाउंसमेंट करवा दी गई है। वीरवार से दुकानों पर चेकिग की जाएगी, जहां कहीं पर भी कोई दुकानदार पॉलीथिन लिफाफे बेचता या स्टाक रखता पाया गया तो उसके एक हजार रुपये जुर्माना वसूल किया जाएगा। साथ ही पॉलीथिन लिफाफें के इस्तेमाल को भी रोकने के लिए जुर्माना रखा गया है अगर कोई व्यक्ति पॉलीथिन लिफाफा लेकर जाता मिला तो उसे भी सौ रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। लोग दें सहयोग, पॉलीथिन व प्लास्टिक का करें बहिष्कार

डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने इलाका निवासियों से अपील की कि वह पॉलीथिन व प्लास्टिक का पूर्ण तौर पर बहिष्कार करके हुए इनके इस्तेमाल को बंद करें। घरों से ही बाजार में खरीददारी करने के लिए जाते समय कपड़े के थैले लेकर चलें व किसी भी रूप में पॉलीथिन लिफाफों का इस्तेमाल न करें। लोगों के सहयोग से ही समाज को पॉलीथिन व प्लास्टिक मुक्त किया जा सकता है, जिसके लिए लोग अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।

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