रिफ्यूजी भाईचारे ने एसएचओ के खिलाफ जताया रोष

संवाद सूत्र लोंगोवाल (संगरूर)अनाज मंडी में रखे संत हरचंद सिंह लोंगोवाल के बरसी समागम के दौरान किया विरोध।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Aug 2020 10:16 PM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 06:10 AM (IST)
रिफ्यूजी भाईचारे ने एसएचओ के खिलाफ जताया रोष
रिफ्यूजी भाईचारे ने एसएचओ के खिलाफ जताया रोष

संवाद सूत्र, लोंगोवाल (संगरूर)

अनाज मंडी में रखे संत हरचंद सिंह लोंगोवाल के बरसी समागम दौरान सिविल व पुलिस प्रशासन की उस समय सांस फुल गई, जब नजदीकी चार गांवों के रिफ्यूजी भाईचारे के खिलाफ अपशब्द बोलने वाले एसएचओ खिलाफ संघर्ष के तहत किरती किसान यूनियन की अगुआई में किसानों ने रोष प्रदर्शन आरंभ कर दिया।

वीरवार को लोंगोवाल पुल का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला द्वारा किया जाना था, लेकिन ऐन समय पर उद्घाटन समागम को रद कर दिया गया। स्थानीय गुगा माड़ी में किरती किसान यूनियन के कार्यकर्ता एकत्रित हुए व वहां से रोष मार्च करके भट्ठलां वाली गली से नारेबाजी करते पुल की तरफ बढ़ने लगे। पुल की तरफ बढ़ रहे काफिले को रोकने के लिए पुलिस द्वारा बेरीकेड लगाए व महिला पुलिस कर्मियों को काफिला रोकने के लिए तैनात कर दिया। मौके पर पहुंचे एसपी (डी) हरप्रीत सिंह ने प्रदर्शनकारियों को आश्वाशन दिया कि एसएचओ लोंगोवाल के खिलाफ कथित झूठे मामलों संबंधी जांच करके एक सप्ताह में जांच कर पीड़ितों को इंसाफ दिया जाएगा। इसके बाद किरती किसान यूनियन द्वारा एसएचओ के खिलाफ धरना समाप्त कर दिया गया।

किरती किसान यूनियन के यूथ विग के कन्वीनर भूपिदर सिंह लोंगोवाल, जिला कार्यकर्ता भजन सिंह, दर्शन सिंह कुनरां व जशदीप सिंह बहादरपुर ने कहा कि एसएचओ लोंगोवाल ने अपने अधिकारों का गलत प्रयोग करते हुए लोगों पर झूठे मामले दर्ज किए हैं व रिफ्यूजी भाईचारे के खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग किया है। एसएचओ की यह कार्रवाई निदनीय है। तीन अगस्त की छापेमारी में गांव तकीपुर में दो व्यक्तियों व गांव रत्तोके के दो व्यक्तियों पर शराब तस्करी के झूठे मामले दर्ज किए गए। लॉकडाउन में भी एसएचओ द्वारा एक घर में जबरन घूस कर परिवार के सदस्यों से मारपीट की गई थी। इस बाबत भी एसएचओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। हलका इंचार्ज की राजनीतिक शह पर एसएचओ मनमानी कर रहा है व दो वर्षों से अधिक लोंगोवाल में ही तैनात है। उन्होंने कहा कि एसएचओ द्वारा की जा रही धक्केशाही को अधिक सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने एलान किया कि जब तक एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, उनके द्वारा संघर्ष को जारी रखा जाएगा। उन्होंने किसान कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए महिला पुलिस कर्मियों को आगे करने की भी निदा की। इस मौके साहिब सिंह, अंग्रेज सिंह, तेजिदर सिंह, सुखदेव सिंह, जगसीर सिंह, मनिदर सिंह, हरदेव सिंह, बलविदर सिंह, राजा सिंह, दर्शन सिंह, काका सिंह सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी